नकदी संकट से जूझ रही कंपनी होटल लीलावेंचर भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के कर्ज का तिमाही ब्याज चुकाने में असफल रही है. कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंजों को दी गई जानकारी में इसका खुलासा किया है. होटल लीलावेंचर पर फिलहाल 3,600 करोड़ रुपये से अधिक का ऋण बकाया है. कंपनी ने दिसंबर 2008 में एलआईसी को निजी नियोजन के आधार पर 90 करोड़ रुपये का सुरक्षित भुनाने योग्य गैर-परिवतर्नीय डिबेंचर जारी किया था. नियामक को दी गई जानकारी में कंपनी ने कहा है कि वह 2.12 करोड़ रुपये का तिमाही ब्याज चुकाने में असफल रही है जिसका भुगतान 19 सितंबर 2018 तक करना था
होटल लीलावेंचर ने कहा कि फिलहाल उसका ऑपरेटिंग कैश फ्लो इतना नहीं है कि वह खास अवधि के कर्ज और एनसीडी के भुगतान कर सके. साथ ही, कंपनी के फंड भी कर्जदाताओं के हाथों बंधक पड़े (एस्क्रोड) हैं और वे इसकी गिरानी भी कर रहे हैं. कंपनी ने बताया कि वह हर व्यवहार्य विकल्पों का आकलन कर रही है जिसमें पुनर्संरचना के साथ-साथ गैर-जरूरी एसेट्स, होटल की बिक्री, इक्विटी के जरिए पूंजी हासिल करना और निवेशकों द्वारा कर्ज की रीफाइनेंसिंग शामिल है
होटल लीलावेंचर ने बताया है कि अभी तक कुल बकाया ब्याज की राशि 13.80 करोड़ रुपये है और बकाया मूलधन 45 करोड़ रुपए का है. इसी महीने में होटल लीलावेंचर ने पुणे स्थित कंपनी की जमीन को लीला लेस होल्डिंग्स प्राइवेट लिमिटेड को 130 करोड़ रुपये में बेचने के लिए शेयरधारकों की मंजूरी ली थी.