जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) हिंसा मामले में AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने सोमवार को केंद्र सरकार और दिल्ली पुलिस पर निशाना लिया.

ओवैसी ने कहा कि मैं इस हिंसा की निंदा करता हूं. कायर नकाबपोशों ने छात्रों पर हमला किया. जिन्होंने नकाबपोशों को अंदर आने की इजाजत दी, अब वे ही मामले की जांच करेंगे. पुलिस के सामने योगेंद्र यादव को क्यों मारा गया. सरकार को लोगों की चीख क्यों नहीं सुनाई दी. दलगत राजनीति से उपर उठकर सरकार को मामले का हल करना चाहिए.
उधर कांग्रेस और विपक्ष के नेताओं ने जेएनयू कैंपस में हुई हिंसा के लिए केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. जेएनयू हिंसा मामले पर प्रियंका गांधी, राहुल गांधी, कपिल सिब्ब्ल, रणदीप सुरजेवाला और मायावती समेत कई राजनेताओं के बयान सामने आए हैं. बसपा अध्यक्ष मायावती ने हिंसा की इस घटना को शर्मनाक बताया तो कपिल सिब्बल ने हिंसा मामले की जांच की मांग की है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने हिंसा मामले पर सवाल उठाते हुए कहा कि नकाबपोश लोगों को कैंपस में कैसे घुसने दिया गया. वाइस चांसलर ने क्या किया और पुलिस क्यों मूकदर्शक बनकर खड़ी रही.
सिब्बल ने कहा कि इन सभी सवालों के जवाब नहीं हैं, जिससे साफ जाहिर होता है कि ये साजिश की गई है. इस मामले की जांच होनी चाहिए.
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