New Delhi: तंजीम मेरानी ये वो नाम है जिसने कश्मीर के लाल चौक पर तिरंगा फहराने का वचन दिया था। तंजीम न कोई सेलीब्रेटी हैं और न कोई पॉलिटिकल पर्सनैलिटी। ये अहमदाबाद में रहने वाली 14 साल की एक मासूम सी बच्ची है। वो छोटी जरूर है लेकिन उसकी सोच बड़ी और हौसले बुलंद हैं।IPS रविशंकर ने इस सरकारी स्कूल में कराया अपनी बेटी का दाखिला, और बोले- ये यहीं से पढ़कर…
गुजरात के अहमदाबाद की 14 साल की तंजीम मेरानी ने रक्षाबंधन के खास मौके पर कश्मीर के लाल चौक पर तिरंगा फहराने का ऐलान किया है। तंजीम का कहना है कि पिछली बार तो मुझे एयरपोर्ट पर बंद कर दिया गया था लेकिन इस बार मैं कश्मीर के लाल चौक पर तिरंगा फहराकर रहूंगी। इतना ही नहीं तंजीम ने सरहद पर खड़े देश के जवानों को राखी बांधने का भी वचन दिया है।
भाई बहन के खास पर्व रक्षाबंधन पर मुस्लिम लड़की तंजीम ने देश के जवानों के साथ रक्षाबंधन मनाने का ऐलान किया है। तंजीम का कहना है कि जो देश की और लोगों की रक्षा करता है वो सच्चा भाई है। तंजीम का परिवार भी उसके फैसले के साथ है। तंजिम का कहना है कि कश्मीर भारत का हिस्सा है। कश्मीर में आए दिन आतंकी संगठन आईएसआईएस (ISIS) और पाकिस्तान के झंडे फहराए जा रहे हैं, मैं वहां तिरंगा फहराकर आउंगी।
तंजीम ने कहा कि वहां जाने के लिए मुझे किसी की कोई इजाजत नहीं चाहिए, ये हमारा हक है और हमारे साथ सभी लोगों को वहां जाकर झंड़ा फहराना चाहिए। तंजीम के पिता आमिर मेरानी का कहना है कि वो अपनी बेटी के इस फैसले के साथ हैं। वो सबसे पहले आर्मी के अधिकारियों से निवेदन करेंगे कि वो उनकी बेटी को तिरंगा फहराने दें। अगर आर्मी उनके इस अनुरोध को मानने से मना कर देगी तो वो भूख हड़ताल करेंगे। दरअसल, तंजीम भारत के लिए कुछ करना चाहती है। ऐसा काम जिससे देश का नाम आगे बढ़े। तंजीम का कहना है कि मुझे अपने हिंदुस्तानी होने का गर्व है और मैं देश के लिए मर मिटने को भी तैयार हूं।