श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के बांदीपुरा में मंगलवार को सेना ने दो जवानों को मुठभेड़ में मार गिराया है। सेना को आशंका है कि यहां पर कुछ और आतंकी भी छिपे हो सकते हैं, लिहाजा यहां पर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। पिछले कुछ दिनों में ही सेना ने अातंकियों से विभिन्न स्थानों पर चली मुठभेड़ में करीब छह आतंकियों को मार गिराया है। दरअसल नोटबंदी से बदली परिस्थितियों के बाद आतंकियों में भी हताशा फैल चुकी है। राज्य में जगह-जगह पर होने वाली पत्थरबाजी की घटनाएं पूरी तरह से बंद हो गई हैं।
इसकी वजह पत्थरबाजों को देने के लिए नए नोटों का न होना भी है। वहीं आतंकियों की फंडिंग भी लगभग बंद हो गई है। हताश आतंकी या तो अब बौखलाहट में बाहर आ रहे हैं या फिर भाग रहे है। यही वजह है कि वादी में स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है। बाजारों में रौनक एक बार फिर से लौट रही है। सड़कों पर भी निजी वाहनों की आवाजाही दिखाई दे रही है।
दूसरी ओर सीमा पर पाकिस्तान की ओर से हो रही सीजफायर उल्लंघन की घटनाएं बादस्तूर जारी हैं। सोमवार को भी पाकिस्तान ने राजौरी में भारी गोलाबारी की थी। इससे पहले हुई गोलाबारी में भारतीय सेना का एक जवान शहीद हो गया था। हालांंकि भारत ने हर बार पाकिस्तान को उसकी इस कार्रवाई का मुंहतोड़ जवाब दिया है। भारत द्वारा की गई जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के कई जवान मारे जा चुके हैं।
वहीं कई चौकियों को भी नष्ट कर दिया गया है। लेेकिन पाकिस्तान की ओर से हो रही भारी गोलाबारी की वजह से सीमा से सटे गांवों में दहशत का माहौल व्याप्त है। कुछ लोग अपना घर छोड़कर दूसरी जगहों पर जाने के लिए मजबूर हैं।