बड़ा इमामबाड़ा कहां है? आइआइएम को इंफ्रास्ट्रक्चर किसने डिज़ाइन किया था? इक्वेलिटी का क्या रंग है? जैसे मृत्यु का काला रंग। ईंट की वास्तविक चौड़ाई क्या है? कुछ ऐसे ही सवाल जेईई मेन में पूछे गए थे। सवालों के जवाब दिए गए विकल्प में से चुनना था। जिस अभ्यर्थी को सवाल का सही उत्तर नहीं मालूम था वह उसे छोड़ भी सकता था।
कोरोना संक्रमण से बचाव के बीच मंगलवार को परीक्षा देकर केंद्र से छुटे अभ्यर्थियो ने बताया कि परीक्षा पैटर्न पिछले साल की तुलना में इस बार भी समान रहा। बिजनौर स्थित परीक्षा केंद्र से परीक्षा देकर निकली एमन सिजाज खान ने बताया कि एप्टिट्यूड टेस्ट 200 अंकों का था। इसी तरह ड्राइंग 100 अंक की और गणित का भाग 100 अंक था। ऐमन के अनुसार चूंकिकि आर्किटेक्ट की परीक्षा थी इसलिए अधिकांश सवाल आर्किटेक्ट डिजाइन से ही जुड़े थे। जैसे पेरिस की एक मशहूर बिल्डिंग को किसने डिजाइन किया। परिणीति गौर ने बताया कि समानता से जुड़े सवाल भी पूछे गए थे।
राहत में भी दिखे अभ्यर्थी
कोरोना संक्रमण के खौफ के कारण भले ही जगह जगह विरोध प्रदर्शन चल रहा हो, मगर जेईई मेन में पूछे गए सवालों से तमाम अभ्यर्थी राहत भी महसूस करते दिखे। अभ्यर्थियों का कहना है कि पिछली बार की तुलना में इस बार पेपर का पैटर्न सामान्य रहा। अभ्यर्थी परिणीति ने बताया कि खास बात यह रही कि जेईई मेन के किसी भी भाग से कोरोना (कोविड 19) से जुड़ा सवाल नहीं पूछा गया। जबकि इसके कयास जरूर लगाये जा रहे थे।