कश्मीर में सोमवार दोपहर 12 बजे पोस्ट पेड मोबाइल सेवा बहाल हो गई है। इसके साथ ही पूरी वादी मेें 40 लाख पोस्ट पेड मोबाइल कनेक्शन चालू हो गए। हालांकि 20 लाख के करीब प्री-पेड मोबाइल फोन और मोबाइल इंटरनेट सेवा फिलहाल निलंबित रहेगी।
राज्य प्रशासन ने उम्मीद जताई है कि मोबाइल सेवाएं बहाल होने से कश्मीर में हालात सामान्य करने में मदद मिलेगी। अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद पैदा हुए तनाव में सुधार होने के बाद शनिवार को प्रशासन ने सोमवार से पोस्ट पेड मोबाइल फोन को बहाल करने की घोषणा की थी। इससे पहले शुक्रवार 10 अक्टूबर को प्रशासन ने पर्यटकों के लिए जारी की एडवाइजरी भी वापस ले ली थी।
बड़ी संख्या में कश्मीर आएंगे पर्यटक
राज्यपाल सत्यपाल मलिक के सलाहकार फारूक खान ने कहा कि मोबाइल फोन पर रोक हटने से बड़ी संख्या में पर्यटक कश्मीर आएंगे। उम्मीद है कि जब लोगों की गतिविधियां सामान्य हो जाएंगी तो वे यह नहीं कह पाएंगे कि उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में कट्टरवाद के लिए कोई जगह नहीं है। हालांकि पाकिस्तान ने अपने नापाक इरादों को अंजाम देने के काफी प्रयास किए, लेकिन कश्मीरी युवाओं ने उन्हेें नाकाम बना दिया है।
श्रीनगर के हरि सिंह हाई स्ट्रीट में हुए ग्रेनेड हमले संबंधी सवाल के जवाब में फारूक खान ने कहा कि ग्रेनेड फेंकने से राज्य के सुधरते हालात को कोई फर्क नहीं पड़ेगा। हमारा पड़ोसी (पाकिस्तान) की हमेशा कोशिश रही है कि जम्मू कश्मीर में हालात खराब किए जाएं, लेकिन हमने इसका जवाब दे दिया है।
चार अगस्त से बंद थी मोबाइल सेवा:
अनुच्छेद 370 हटाने से एक दिन पहले यानी चार अगस्त को सरकार ने कश्मीर में लैंडलाइन टेलीफोन और मोबाइल फोन व इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी थीं। हालात सुधरते ही पहले लैंडलाइन सेवाएं शुरू की गई थी। अब पोस्ट पेड मोबाइल सेवाएं सोमवार दोपहर 12 बजे से शुरू हो गई है। इसके लिए सभी कंपनियों को पहले से ही निर्देश जारी किए जा चुके थे। अभी 20 लाख प्री-पेड मोबाइल फोन और इंटरनेट सेवाएं शुरू करने पर कोई भी फैसला नहीं हुआ है। मोबाइल इंटरनेट कश्मीर के साथ-साथ जम्मू में भी बंद पड़ी हैं।