हमास चीफ इस्माइल हानिया आज (20 दिसंबर) मिस्र का दौरा करने वाले हैं। युद्ध विराम और इजरायल के साथ कैदियों की अदला-बदली पर बातचीत के लिए वो मिस्र का दौरा करेंगे।
सूत्र ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया कि हानिया उच्च स्तरीय हमास प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे, जहां उन्हें मिस्र के खुफिया प्रमुख अब्बास कामेल और अन्य के साथ वो मौजूद युद्ध पर बातचीत करेंगे।
इन मुद्दों पर मिस्र के खुफिया प्रमुख से बात करेंगे स्माइल हानिया
सूत्र ने जानकारी देते हुए बताया कि इस दौरे में कैदियों की रिहाई के लिए एक समझौता तैयार करने के लिए बातचीत होगी। इसके अलावा युद्ध को रोकने के लिए एवं गाजा पट्टी पर लगाए गए घेराबंदी को समाप्त करने पर चर्चा होगी। पिछले महीने इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम के दौरान इजरायली जेलों में बंद 240 फिलिस्तीनियों के बदले में 80 इजरायली बंधकों की रिहाई की गई थी।
युद्ध में अब तक 19,600 फलस्तीनियों की मौत
हमास के अनुसार, गाजा में अभी भी हमास ने 130 लोगों को बंधक बना रखा है। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि जबतक सभी बंधकों की रिहाई नहीं हो जाती तबतक युद्ध जारी रहेगा। 7 अक्टूबर को हमास आतंकवादियों द्वारा इजरायल में रॉकेट हमले किए गए थे। इस हमले में 1,140 लोगों की मौत हो गई। वहीं, इजरायल द्वारा हमास के खिलाफ की गई सैन्य कार्रवाई में 19,600 फलस्तीनियों की मौत हुई है।
सीरिया के सैन्य ठिकाने को बनाया निशाना
इजरायल डिफेंस फोर्सेज (आइडीएफ) ने बताया कि उसने सीरियाई सेना के सैन्य ठिकाने पर हमला किया है क्योंकि वहां से इजरायली क्षेत्र में मिसाइलों से हमला किया गया था। सीरिया की ओर से दागी गईं मिसाइलें इजरायल में खुले स्थानों पर गिरी थीं।
इजरायल की ढाल बना हुआ है अमेरिका
युद्धविराम की अंतरराष्ट्रीय समुदाय की मांग के बीच इजरायली अधिकारियों के साथ ऑस्टिन ने बैठक के बाद कहा कि वह यहां कोई समय सीमा तय नहीं कर सकते और न ही शर्तें थोप सकते हैं। उनकी इस टिप्पणी से समझा जा सकता है कि अमेरिका इजरायल की ढाल बना हुआ है।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद भारी बहुमत से प्रस्ताव पास कर संघर्षविराम की मांग कर चुका है। वहां फिर से मतदान प्रस्तावित है। सुरक्षा परिषद ने गाजा में संघर्ष रोकने के लिए अरब-प्रायोजित प्रस्ताव पर मतदान में मंगलवार को देरी की, ताकि बड़ी संख्या में नागरिकों को तत्काल आवश्यक सहायता प्रदान की जा सके। सदस्यों ने एक और वीटो से बचने के लिए अमेरिका से बातचीत तेज कर दी है।