सुशांत सिंह राजपूत सुसाइड मामले की जांच करने मुंबई पहुंचे बिहार के आईपीएस अधिकारी को क्वारंटीन स्किप करके वापस जाने के लिए अपना कोविड टेस्ट कराना होगा. यदि टेस्ट निगेटिव आता है तो उन्हें जाने की अनुमति होगी. ये जानकारी बीएमसी द्वारा दी गई है.
बता दें कि सुशांत मामले की जांच अब सीबीआई के हाथ में है और इसलिए अब बिहार पुलिस तस्वीर से बाहर हो चुकी है. बीएमसी का कहना है कि आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी को क्वारनटीन पूरा होने से पहले जाना है तो उन्हें कोविड टेस्ट कराना होगा और अगर ये टेस्ट निगेटिव आता है तो उन्हें जाने की इजाजत मिल जाएगी.
बीएमसी के एडिशनल म्युनिसिपल कमिश्नर पी वेलरासु ने पटना आईजी संजय सिंह के एक पत्र का जवाब दिया है. सिंह ने कहा कि बिहार के आईपीएस अफसर को थोड़ी छूट दी जाए, जिसे खारिज करते हुए वेलरासु ने कहा कि बिहार में कोविड की स्थिति को देखते हुए अनुमति नहीं मिल सकती. वेलरासु ने अपने जवाब में तिवारी को राय दी है कि वह ऑनलाइन प्लेटफॉर्म जूम के जरिए काम जारी रख सकते हैं.
लेटर में लिखा है कि इस तरीके से इस बात की तसल्ली की जा रही है कि एसिम्पटोमैटिक होने पर भी वह अफसर वायरस का संक्रमण नहीं फैलाएगा. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए होने वाली मुलाकातों से इस बात की तसल्ली होगी कि वह फिजिकल विजिट में संक्रमित नहीं हुआ है. तिवारी पटना से मुंबई सोमवार को सुशांत सिंह राजपूत मामले में दायर की गई एफआईआर के सिलसिले में आए थे.
उन्होंने बिहार पुलिस टीम द्वारा की जा रही जांच को मॉनीटर करना था, बिहार पुलिस सुशांत के पिता द्वारा आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले की जांच कर रही थी. लेकिन बीएमसी द्वारा तिवारी को उसी शाम क्वारनटीन कर दिया गया और वह मुंबई के एक गेस्ट हाउस में रह रहे थे. मालूम हो कि केंद्र सरकार ने हाल ही में सुशांत मामले की जांच सीबीआई से कराने की अनुमति दे दी है.