भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) को अब ना ही कोरोना वायरस की टेंशन है और ना ही केंद्र सरकार से अनुमति मिलने की, उसको सिर्फ एक टेंशन सता रही है कि क्या मार्केट अगले छह महीने में दो आइपीएल झेल पाएगा? इस साल आइपीएल भारत में 29 मार्च से 24 मई तक प्रस्तावित था लेकिन कोरोना वायरस के कारण इसे स्थगित कर दिया गया। अब आइपीएल का आयोजन 19 सितंबर से आठ नवंबर तक संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में होगा। आइपीएल गवर्निग काउंसिल की बैठक रविवार को होनी है।
बीसीसीआइ के एक अधिकारी ने कहा कि खेल मंत्रालय से इजाजत मिल गई है और जल्द ही गृह व विदेश मंत्रालय से भी अनुमति मिल जाएगी। हमें उसकी टेंशन नहीं है। जहां तक यूएई जाने का मसला है तो उसके लिए चार्टर्ड फ्लाइट का इस्तेमाल कर लिया जाएगा। हमें टेंशन सिर्फ इस बात की है कि क्या मार्केट छह महीने में दो आइपीएल झेल पाएगा?
अधिकारी ने कहा कि अगले साल भी आइपीएल मार्च-मई के बीच ही होगा। जब उनसे पूछा गया कि क्या प्रसारणकर्ता स्टार इंडिया की तरफ से इस तरह के सवाल उठाए गए हैं तो उन्होंने कहा कि इस पर मैं कुछ नहीं कह सकता लेकिन यह एकमात्र परेशानी का विषय है। यह सिर्फ प्रसारणकर्ता का मामला नहीं है। इसमें प्रायोजक, आठ फ्रेंचाइजी, उनके प्रायोजक सब शामिल है। कोरोना के कारण मार्केट की स्थिति भी पहले जैसी नहीं है, ऐसे में देखना होगा कि प्रायोजन और विज्ञापन के लिए कितनी कंपनियां सामने आती हैं।
दक्षिण अफ्रीकी खिलाडि़यों को फ्रेंचाइजियां सीधे यूएई ले जाने को तैयार
दक्षिण अफ्रीका के एबी डिविलियर्स (रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु), कैगिसो रबादा (दिल्ली कैपिटल्स), फाफ डुप्लेसिस (चेन्नई सपुर किंग्स), क्विंटन डि कॉक (मुंबई इंडियंस) आइपीएल के बड़े नाम हैं, लेकिन इस समय दक्षिण अफ्रीका में बढ़ते कोरोना वायरस मामलों के कारण यातायात पर पाबंदियां हैं, ऐसे में आइपीएल टीमें आपस में मिलकर सभी खिलाडि़यों को एक साथ सीधे यूएई चार्टड विमान से लाने को तैयार हैं।
एक फ्रेंचाइजी के अधिकारी ने कहा कि यह वो विचार है जिस पर अनाधिकारिक रूप से चर्चा की गई है और अंतिम फैसला रविवार को होने वाली बैठक के बाद ही लिया जाएगा। इसे लेकर जो भी खर्चा आएगा फ्रेंचाइजियां आपस में बांटेंगी। हर फ्रेंचाइजी अपने खिलाड़ी के लिए अलग विमान भेजे इससे बेहतर है कि सभी मिलकर एक विमान भेज दें और खिलाडि़यों को यूएई बुला लें।
खिलाड़ियों के लिए शिविर लगाना चाहती हैं दिल्ली कैपिटल्स
दिल्ली कैपिटल्स अपने भारतीय खिलाडि़यों के लिए दिल्ली में शिविर का आयोजन करना चाहती है। दिल्ली कैपिटल्स के एक अधिकारी ने कहा, ‘बीसीसीआइ ने हमें तारीखों के बारे में बता दिया है लेकिन हम बैठक से निकलने वाली कुछ और जानकारी का इंतजार कर रहे हैं। एक बार ये हो जाए, आखिरी फैसला लिया जाएगा। अभी तो हम 15 अगस्त से शिविर के बारे में सोच रहे हैं, लेकिन बैठक के बाद इसमें बदलाव हो सकता है। एक बार मालिकों को बीसीसीआइ से निर्देश मिल जाएंगे तो हम तैयारी शुरू कर देंगे।’
एसओपी में मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता हेल्पलाइन से फ्रेंचाइजी को ऐतराज नहीं
बीसीसीआइ कोविड-19 महामारी के कारण आइपीएल के आयोजन को लेकर खिलाड़ियों और सहयोगी सदस्यों के लिए मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता हेल्पलाइन पर चर्चा कर रहा है। हेल्पलाइन नंबर शुरू करने पर अगर बात बनती है तो बोर्ड इसे मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) का हिस्सा बना सकता है। अगर जरूरत पड़ी तो ऐसी हेल्पलाइन उन्हें (खिलाड़ी, सहयोगी सदस्य) तनाव और चिंता से बेहतर तरीके से निपटने में मदद कर सकती हैं।
बीसीसीआइ गवर्निग काउंसिल की बैठक के बाद सभी आठ फ्रेंचाइजी के लिए एक व्यापक एसओपी जारी करने के लिए तैयार है, जहां अंतिम कार्यक्रम पर मुहर लगेगी। एक फ्रेंचाइजी के अधिकारी ने कहा, ‘अगर बीसीसीआइ के पास मानसिक स्वास्थ्य से निपटने के लिए हेल्पलाइन है, तो यह एक स्वागत योग्य और सही दिशा में उठाया गया कदम है। यह समय की जरूरत है।’
बीसीसीआइ के एक अधिकारी ने कहा, ‘मुंबई जैसे कुछ शहरों में खिलाडि़यों को व्यक्तिगत परीक्षण करने जाने पर खतरे का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए एक फ्रेंचाइजी ने फैसला किया है कि खिलाड़ी के गृह शहर में ही जांच करवाने के बाद जहां से दुबई प्रस्थान करना है वहां बुलाया जाए।’ मीडिया कवरेज को लेकर अभी कोई स्पष्टता नहीं है।