आइपीएल के 12वें सीजन में टॉप तीन टीमों का फैसला हो चुका है। मुंबई इंडियंस, चेन्नई सुपर किंग्स और दिल्ली कैपिटल्स में से चाहे कोई भी टीम चैंपियन बने लेकिन इन तीनों टीमों को टूर्नामेंट के अंत में अपने प्रदर्शन पर गर्व होगा। दिल्ली एलीमिनेटर मैच में मजबूत हैदराबाद को पटखनी देने में कामयाब रही और अब उसे फाइनल में पहुंचने के लिए धौनी के धुरंधरों का सामना करना है।
वहीं लगातार अच्छा परफॉर्म कर रही चेन्नई सुपर किंग्स इस सीजन में मुंबई इंडियंस को हराने में नाकाम रही है। चेन्नई को फाइनल में पहुंचने के लिए दिल्ली को हराना होगा। चेन्नई के लिए अच्छी बात यह है कि उसने दिल्ली के खिलाफ इस सीजन हुए दोनों मैचों में जीत दर्ज की है। चेन्नई से बुरी तरह हारने के बाद ही दिल्ली पॉइंट टेबल पर तीसरे स्थान पर खिसक गई और उसे एलीमिनेटर खेलना पड़ा। दिल्ली की टीम इस मैदान पर पहले ही एक मैच (एलिमिनेटर) खेल चुकी है तो उसे यहां की परिस्थितियों को बेहतर तरीके से समझने का फायदा मिलेगा। उसके तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट और इशांत शर्मा ने कागिसो रबाडा की गैर मौजूदगी में अच्छा प्रदर्शन किया और कीमो पॉल ने उनका अच्छा साथ निभाते हुए तीन विकेट हासिल किए। अनुभवी स्पिनर अमित मिश्रा फिर से किफायती रहे और उन्होंने एक विकेट भी हासिल किया।
टीम के बल्लेबाज भी राहत की सांस लेंगे कि उन्हें इमरान ताहिर और हरभजन सिंह की फिरकी का सामना चेन्नई में टर्न लेती पिच पर नहीं करना होगा लेकिन फिर भी इनसे निपटना उनके लिए चुनौतीपूर्ण होगा। हालांकि टीम एलिमिनेटर में खेलकर आगे के मुश्किल मुकाबले के लिए निश्चित रूप से तैयार हो गई होगी। वहीं दूसरी ओर चेन्नई इस तरह के बड़े मैचों में खेलने की आदी है, वह तीन बार इस खिताब को जीतने के अलावा चार बार उप विजेता रह चुकी है चेन्नई को पहले क्वालीफायर में मुंबई इंडियंस से भले ही शिकस्त झेलनी पड़ी लेकिन वह जोरदार वापसी करने को तैयार है।
मौसम की रिपोर्ट- विशाखापट्टनम का तापमान मैच के दौरान 30 के आस-पास रहने की उम्मीद है। मैच के दौरान ओस के साथ आसमान में बादल छाए रहेंगे। बारिश होने की कोई संभावना नहीं है।
पिच रिपोर्ट- एलीमिनेटर मैच के लिए विशाखापट्टनम की पिच बिल्कुल सही थी। इस विकेट पर 160-170 तक का स्कोर काफी अच्छा माना जा सकता है। पूरे 40 ओवर में यहां की पिच पर टर्न मिलेगा जिससे, स्पिनर्स को काफी फायदा मिल सकता है। ओस का असर दूसरी पारी में दिखेगा लेकिन अगर पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम अच्छा स्कोर खड़ा कर पाई तो उसे उसका बचाव करने में मुश्किल नहीं आएगी।