नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस एक ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया है जो बॉलीवुड फिल्म ‘स्पेशल-26’ से प्रेरित था। बताया जा रहा है कि ये लोग क्राइम पेट्रोल जैसे सीरियल देखकर किडनैपिंग की योजना बनाते थे। दरअसल दिल्ली पुलिस ने मंडावली इलाके में हुई कारोबारी ज्ञानेश्वर शुक्ला के अपहरण की गुत्थी को पुलिस ने सुलझाते हुए ये खुलासा किया है।

पुलिस के मुताबिक आरोपियो ने फिल्म स्पेशल-26 की तर्ज पर कारोबारी का अपहरण किया था, पांच लाख की फिरौती मांगी थी और तीन लाख मिलने के बाद कारोबारी को अपहरण के चार दिन बाद छोड़ दिया था। पुलिस ने ऑपरेशन ‘ज्ञान’ चलाकर अपहरण में शामिल चार बदमाशों को ओखला फेज-3 से गिरफ्तार किया है।
बदमाशों की पहचान मुख्य आरोपित राजकुमार चौहान, इसके भाई राहुल और संतोष व गौरव के रूप में हुई है। इनके दो साथियों प्रदीप व रामतेज की तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है। गिरोह का सरगना दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट है।
दिल्ली पुलिस ने बदमाशों के गिरफ्तार करने के लिए ऑपरेशन ज्ञान शुरू किया और सीसीटीवी तथा कॉल डीटेल खंगाले। किडनैपर्स अपरहण करने के बाद अपना फोन और लोकेशन तेजी से बदल रहे थे। इस बीच मोबाइल फोन को ट्रैक करते हुए पुलिस को सूचना मिली कि किडनैपर्स ओखला के जंगलों में छुपे हुए हैं। पुलिस ने ओखला फेज 3 और हरकेश नगर से 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और ज्ञानेश्वर शुक्ला को सकुशल बरामद कर लिया।
पुलिस ने बदमाशों के पास से एक कार, लैपटॉप, आठ मोबाइल फोन, खिलौने वाली बंदूक व फिरौती के रकम के 89 हजार रुपये बरामद किए हैं। अपरहण के मास्टरमाइंड राजकुमार ने पुलिस को बताया कि वो कई महीने से इस किडनैपिंग की प्लानिंग कर रहे थे और इन सभी ने मिलकर 6 लोगो का गैंग बनाया था।
पुलिस को जांच में पता चला कि राजकुमार ने पूसा इंस्टीट्यूट से हार्डवेयर नेटवर्किंग का कोर्स किया है। इसकी मां पूसा में नौकरी करती थी। राजकुमार कई महीनों से अपहरण की साजिश बना रहा था। उसने स्पेशल-26 फिल्म को कई बार देखा, वहीं से अपहरण का पड्यंत्र रचा।
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