वन-डे सीरीज जीतने के बाद कामयाबी के घोड़ों पर सवार टीम इंडिया ने टी20 में भी मेजबान टीम दक्षिण अफ्रीका को जोहानसबर्ग के वॉन्डर्स मैदान में 28 रन से मात देने में कामयाब रही। टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए मेहमान टीम ने निर्धारित 20 ओवर में 5 विकेट गंवाकर 203 रन बनाए।
वहीं, 204 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी प्रोटियाज टीम सिर्फ 175 रन ही बना पाने में सफल रही। वन-डे सीरीज के बाद यहां भी पूरी अफ्रीकी टीम भारत के सामने बच्चों-सी नजर आई और अनुभवहीन टीम को पहले टी20 मुकाबले में हार का स्वाद चखना पड़ा। बता दें कि इस मैच टीम इंडिया की ओर से रिकॉर्ड्स की छड़ी लगी। आइए जानते हैं उन रिकॉर्ड्स के बारे में विस्तार से…
भुवनेश्वर कुमार पहले ऐसे भारतीय तेज गेंदबाज बने, जिनके नाम क्रिकेट के हर फॉर्मेट में 5 या उससे अधिक विकेट हैं। इस मैच में उन्होंने 4 ओवर में 24 रन देकर 5 अफ्रीकी बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया।
टीम इंडिया की यह लगातार पांचवीं टी20 जीत है। इससे पहले वह श्रीलंका को तीन और एक मैच न्यूजीलैंज को हराने में कामयाब रही है।
भुवनेश्वर कुमार इस मैच में दुनिया के तीसरे ऐसे गेंदबाज बने, जिन्होंने द. अफ्रीका के खिलाफ टी20 इंटरनेशल मैच में 5 विकेट लिए। इससे पहले पाकिस्तान के उमर गुल ने 2013 में 6 रन देकर 5 विकेट लिए थे, जबकि बांग्लादेश के अहसान मलिक ने 2014 में 19 रन देकर 5 विकेट झटके थे।
भुवनेश्वर कुमार दूसरे ऐसे गेंदबाज बने, जिनके नाम टी20 में 5 विकेट हैं। उनसे पहले युजवेंद्र चहल ने 2017 में इंग्लैंड के खिलाफ 25 रन देकर 6 विकेट लिए थे।
महेंद्र सिंह धोनी के नाम टी20 में अब सबसे ज्यादा कैच पकड़ने का कीर्तिमान जुड़ गया है। उनके नाम सबसे ज्यादा 134 कैच हो चुके हैं। धोनी के बाद यह सबसे ज्यादा कैच लेने रिकॉर्ड श्रीलंका के कुमार संगकारा (133 कैच) और भारत के दिनेश कार्तिक (123 कैच) के नाम है।
टीम इंडिया ने इस मैच में द. अफ्रीका के खिलाफ अपना सबसे बड़ा स्कोर खड़ा किया। इससे पहले भारत ने 2015 में धर्मशाला में खेले गए मुकाबले में 5 विकेट गंवाकर 199 रन बनाए थे।
शिखर धवन ने इस मैच में आतिशी 72 रन की पारी खेली। उन्होंने महज 27 बॉल पर अपनी फिफ्टी पूरी की। यह द. अफ्रीका के खिलाफ किसी भी भारतीय बल्लेबाज द्वारा लगाई गई सबसे तेज फिफ्टी रही। इससे पहले रोहित शर्मा ने 2011 में डरबन में खेले गए मुकाबले में 32 गेंद पर यह कारनामा किया था।