चंडीगढ़। किसान आंदोलन के समर्थन में पंजाब से अवार्ड वापसी का दौर शुरू हो गया है। गुरुवार को पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और राज्यसभा सांसद सुखदेव सिंह ढींढसा ने अपने पद्म पुरस्कार वापस किए।
शुक्रवार को पंजाबी में भारतीय साहित्य अकादमी पुरस्कार के विजेता पंजाब के प्रसिद्ध शायर डॉ. मोहनजीत, प्रख्यात विचारक डॉ. जसविंदर सिंह और पंजाबी नाटककार व एक अखबार के संपादक ने किसानों के समर्थन में अपने पुरस्कार लौटा दिए हैं। यह जानकारी सेंट्रल पंजाबी राइटर्स एसोसिएशन ने दी।
भारतीय साहित्य अकादमी पुरस्कार लौटाने पर उपन्यासकार डॉ. जसविंदर सिंह ने कहा कि अगर कोई लेखक लोगों की आवाज को प्रस्तुत नहीं कर सकता है तो क्या फायदा है। मैंने पुरस्कारों के लिए लिखना शुरू नहीं किया। केन्द्रीय सरकार को किसानों के साथ निर्दयता से पेश आना और बुनियादी मानवाधिकारों का उल्लंघन करते देखना निराशाजनक है।
वहीं पूर्व हॉकी कप्तान परगट सिंह समेत पंजाब के 27 खिलाड़ियों ने किसानों के समर्थन में अपने पुरस्कार लौटाने का एलान कर दिया है। परगट सिंह समेत सभी खिलाड़ी पांच दिसंबर को पुरस्कार लौटाएंगे। परगट सिंह जालंधर कैंट से कांग्रेस के विधायक हैं और किसान परिवार से जुड़े हुए हैं।
परगट सिंह के अलावा करतार सिंह पहलवान, ब्रिगेडियर हरचरण सिंह, दविंदर सिंग गरचा, सुरिंदर सोढ़ी, गुनदीप कुमार, सुशील कोहली, मुखबैन सिंह, कर्नल बलबीर सिंह, गुरमैल सिंह, गोल्डन गर्ल रादबीर कौर, जगदीश सिंह, बलदेव सिंह, अजीत सिंह, हरमीक सिंह, अजीत पाल सिंह, चंचल रंधावा, सज्जन सिंह चीमा, हरदीप सिंह, अजैब सिंह, शाम लाल, हरविंदर सिंह, हरमिंदर सिंह, सुमन शर्मा, प्रेमचंद डोगरा, बलविंदर सिंह व सरोज बाला जैसे खिलाड़ी भी पुरस्कार लौटाने जा रहे हैं।