प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को नई दिल्ली स्थित प्रगति मैदान के भारत मंडपम में एशिया के सबसे बड़े टेक्नोलॉजी मंच, इंडिया मोबाइल कांग्रेस (आईएमसी) 2023 का उद्घाटन किया। इंडिया मोबाइल कांग्रेस के 7वें संस्करण का उद्घाटन करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘भविष्य यहीं और अभी है।” तीन दिन तक चलने वाले इस टेक इवेंट के 7वें संस्करण में 6जी, 5जी नेटवर्क सुधार, दूरसंचार और अन्य क्षेत्रों पर फोकस रहेगा। इवेंट में पीएम मोदी के साथ केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव और इंडस्ट्री लीडर्स भी मौजूद रहे।
सरकार और मोबाइल दोनों को देश की जनता ने बदल दिया- पीएम मोदी
सम्मेलन में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा, “21वीं सदी की तेजी से बदलती दुनिया में, यह घटना करोड़ों लोगों की किस्मत बदलने की क्षमता रखती है। एक समय था जब हम भविष्य के बारे में बात करते थे, जिसका मतलब अगले दशक या अगली सदी। लेकिन आज टेक्नोलॉजी में बदलाव के कारण हम कहते हैं कि भविष्य यहीं और अभी है।”
उन्होंने आगे कहा कि 2014 से पहले मोबाइल और सरकार दोनों हैंग होते थे। स्क्रीन को कितना भी स्वैप कर लो ठीक नहीं होता था। मोबाइल बंद करके चालू करने पर भी हालत वैसी ही रहती थी। 2014 से पहले देश की सरकार की भी यही हालत थी लेकिन लोगों ने समझदारी दिखाते हुए इसे बदल दिया। 10 साल पहले सरकार की हालत किसी पुराने और आउटडेटेड मोबाइल की तरह थी।
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि हम 6जी तकनीक के क्षेत्र में अग्रणी बनने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने 2जी घोटाले का जिक्र करते हुए यूपीए सरकार पर भी कटाक्ष किया। उन्होंने कहा, ”हम देश में न केवल 5जी का विस्तार कर रहे हैं बल्कि 6जी तकनीक के क्षेत्र में अग्रणी बनने की दिशा में भी आगे बढ़ रहे हैं…हर कोई जानता है कि 2जी (यूपीए सरकार के दौरान स्पेक्ट्रम आवंटन) के दौरान क्या हुआ था। हमारी सरकार के दौरान 4जी का विस्तार हुआ लेकिन हम पर कोई दाग नहीं लगा। मुझे विश्वास है कि भारत 6जी तकनीक में दुनिया का नेतृत्व करेगा।”
पीएम मोदी ने कहा, ”चाहे वह तकनीक हो, चाहे वह कनेक्टिविटी हो , चाहे 6G हो, चाहे AI हो, साइबर सिक्योरिटी हो, सेमीकंडक्टर हो, ड्रोन हो, डीप सी हो, आने वाला समय बिल्कुल अलग होने वाला है और यह सभी के लिए खुशी की बात है कि हमारी युवा पीढ़ी देश के भविष्य का नेतृत्व कर रही है,”
इसके अलावा, तकनीकी दिग्गज गूगल द्वारा भारत में पिक्सल फोन बनाने की हालिया घोषणा का उल्लेख करते हुए, पीएम मोदी ने कहा, “हाल ही में, गूगल ने भारत में अपने पिक्सल फोन के निर्माण की घोषणा की है। सैमसंग के फोल्ड 5 मोबाइल फोन और एपल के iPhone 15 का निर्माण भारत में किया जा रहा है। हमें गर्व है कि दुनिया अब मेड इन इंडिया मोबाइल फोन का उपयोग कर रही है।”
उन्होंने भारत में स्टार्ट-अप पर भी जोर दिया और कहा कि देश दुनिया के शीर्ष 3 स्टार्टअप इकोसिस्टम में से एक बन गया है। पीएम ने कहा कि समय के साथ, हमने यूनिकॉर्न की एक सदी बना ली है और दुनिया के शीर्ष 3 स्टार्ट-अप इकोसिस्टम में से एक बन गए हैं। 2014 से पहले भारत में महज कुछ 100 स्टार्ट-अप थे, लेकिन अब यह संख्या 1 लाख से ज्यादा हो गई है। भारत में औसत मोबाइल ब्रॉडबैंड स्पीड पिछले साल में 3 गुना बढ़ गई है। मोबाइल ब्रॉडबैंड की स्पीड में जहां पहले हम 118वें स्थान पर थे, आज हम 43वें स्थान पर पहुंच गए हैं।
आईएमसी 2023 में ये होगा खास
एशिया के सबसे बड़े टेक्नोलॉजी मंच पर एआई एप्लीकेशन, एज कंप्यूटिंग, इंडस्ट्री 4.0 और इंडिया स्टैक को लेकर भी नई जानकारी मिलेगी। आईएमसी 2023 में ब्रॉडकास्ट, सैटेलाइट कम्युनिकेशन, मैन्युफैक्चरिंग और सेमीकंडक्टर जैसे संबंधित टेक्नोलॉजी डोमेन के विस्तार को शोकेस किया जा रहा है। तीन दिवसीय इवेंट में 5जी, 6जी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) जैसी टेक्नोलॉजी पर प्रकाश डाला जाएगा और सेमीकंडक्टर उद्योग, ग्रीन टेक्नोलॉजी, साइबर सुरक्षा आदि से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।
पीएम मोदी ने रिलायंस जियो कॉर्नर का दौरा भी किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रिलायंस जियो कॉर्नर का दौरा किया। इस दौरान जियो के चेयरमैन आकाश अंबानी ने पीएम मोदी को कंपनी द्वारा आईएमसी 2023 में डिस्प्ले किए गए नए उत्पादों और समाधानों के बारे में बताया। पीएम मोदी ने इस साल इवेंट में एयरटेल और एरिक्सन की ओर से डिस्प्ले की गई नई तकनीक पर भी नजर डाली।
बता दें कि इस इवेंट में Jio, Airtel और Vodafone Idea (Vi) जैसी टेलीकॉम कंपनियां अपने नए 5G उपयोग के मामलों का प्रदर्शन करेंगी, अपने एप्लिकेशन और सेवाओं का प्रदर्शन करेंगी जो अगले कुछ वर्षों में उपभोक्ताओं के लिए उपलब्ध हो सकती हैं।
22 देशों के प्रतिभागी ले रहे भाग
आईएमसी 2023 में लगभग 22 देशों के एक लाख से अधिक प्रतिभागी भाग लेने वाले हैं, जिनमें लगभग 5000 सीईओ स्तर के प्रतिनिधि, 230 एक्सहिबिटर्स, 400 स्टार्टअप और अन्य हितधारक शामिल होंगे।