आमतौर पर काली मिर्च की पहचान एक मसाले के रुप में है और इसका इस्तेमाल खाने के मसाले के रूप में किया जाता है। इससे न सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ जाता है बल्कि यह स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद (Health Beneficial) है। इसलिए इसे मसालों का राजा भी कहा जाता है। काली मिर्च में बहुत सारे औषधीय गुण होते हैं और इसके सही इस्तेमाल से कई सारी समस्याओं का इलाज हो जाता है।
इन समस्याओं में कारगर है काली मिर्च–
काली मिर्च के नियमित इस्तेमाल से आंखों की रोशन बढ़ जाती है। जिन लोगों की आंख पर चश्मा चढ़ा है और फिर जो लोग रोज कम्प्यूटर पर घंटों काम करते हैं उन्हें आधा चम्मच पिसी काली मिर्च थोड़े-से घी के साथ मिला कर रोजाना सुबह-शाम खाना चाहिए। इससे आंखों की रोशनी बढ़ती है।
पेट के कीड़ों के लिए काली मिर्च जहर जैसा है। काली मिर्च को किशमिश के साथ 2-3 बार चबाकर खाने या फिर छाछ में इसका पाउडर मिलाकर पीने से भी पेट के कीड़े मर जाते हैं।
काली मिर्च जुकाम में बहुत ही लाभदायक है। गर्म दूध में काली मिर्च मिलाकर पिने से जुकाम से राहत मिलती है। दूध के साथ काली मिर्च के लगातार सेवन से बार-बार होने वाला जुकाम जड़ से खत्म हो जाता है।
खांसी में भी काली मिर्च बहुत लाभदायक है। आधा चम्मच काली मिर्च का चूर्ण और आधा चम्मच शहद मिलाकर दिन में 3-4 बार चाटने से खांसी की समस्या दूर हो जाती है।
अगर गले में संक्रमण या फिर बोलने में हो रही दिक्कत में भी इसका इस्तेमाल लाभकारी है। आठ-दस काली मिर्च पानी में उबालकर इस पानी से गरारे करने से गले का संक्रमण खत्म हो जाता है। गले की खिचखिच दूर होगी और आवाज़ साफ हो जाती है।
गैस की शिकायत में ये रामबाण की तरह है। एक कप पानी में आधे नीबू का रस डालकर आधा चम्मच काली मिर्च का चूर्ण व आधा चम्मच काला नमक मिलाकर कुछ दिनों तक नियमित सेवन करने से गैस की शिकायत दूर हो जाती।
पाइल्स की समस्या से पीड़ितों के लिए काली मिर्च का इस्तेमाल काफी लाभदायक है। बवासीर से पीड़ित व्यक्ति काली मिर्च 20 ग्राम, जीरा 10 ग्राम और शक्कर या मिश्री 15 ग्राम कूट-पीस कर मिला लें। इसे सुबह-शाम पानी के साथ लेने से बवासीर में काफी लाभ होता है।