चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (सीजेआई) एसए बोबडे की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. अब उन्हें जेड प्लस की सुरक्षा देने का फैसला किया गया है. गृह मंत्रालय ने थ्रेट परसेप्शन और इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) की रिपोर्ट के आधार सीजेआई एसए बोबडे की सुरक्षा जेड कैटेगरी से जेड प्लस कैटेगरी में परिवर्तित किया है.
इससे पहले सीजेआई एसए बोबडे को जेड कैटेगरी की सुरक्षा मिली हुई थी. अब उन्हें जेड प्लस कैटेगरी की सुरक्षा दी गई है. जेड प्लस कैटेगरी की सुरक्षा केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) कर रही है. जेड प्लस कैटेगरी की सुरक्षा देश के चुनिंदा लोगों को मिली हुई है.
गौरतलब है कि जस्टिस शरद अरविंद बोबडे ने 18 नवंबर, 2019 को भारत के 47वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली थी. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने जस्टिस बोबडे को सीजेआई पद शपथ दिलवाई थी. 17 नवंबर को रिटायर हुए पूर्व सीजेआई रंजन गोगोई ने ही CJI पद के लिए जस्टिस बोबडे के नाम की सिफारिश की थी.
सीजेआई एसए बोबडे अयोध्या केस की सुनवाई करने वाली पीठ का हिस्सा भी रहे हैं. 1978 में सीजेआई बोबडे ने बार काउंसिल ऑफ महाराष्ट्र को ज्वाइन किया था. इसके बाद बॉम्बे हाईकोर्ट की नागपुर बेंच में लॉ की प्रैक्टिस की, 1998 में वरिष्ठ वकील बने. साल 2000 में उन्होंने बॉम्बे हाईकोर्ट में बतौर एडिशनल जज पदभार ग्रहण किया.
सीजेआई एसए बोबडे मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस भी रहे हैं. उन्होंने 2013 में सुप्रीम कोर्ट में बतौर जज कमान संभाली. 18 नवंबर, 2019 को जस्टिस बोबडे ने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (सीजेआई) पद की शपथ ली थी. जस्टिस एसए बोबडे 23 अप्रैल, 2021 को रिटायर होंगे.