कोरोना वायरस की वजह से विदेशों में ट्रैवल 2024 तक सामान्य नहीं होगा. इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (IATA) ने ये चेतावनी दी है. एयरलाइन इंडस्ट्री कोरोना वायरस की वजह से सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में से एक है.
इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन का कहना है कि कम से कम अगले तीन साल तक अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की संख्या कोरोना महामारी के पहले जैसी नहीं होगी. इससे पहले IATA ने कहा था कि 2 साल तक स्थिति सामान्य नहीं होगी.
IATA का कहना है कि अब अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी उम्मीद से कहीं धीमी हो रही है. हालांकि, नजदीकी वक्त में यात्री की संख्या तेजी से बढ़ सकती है, लेकिन हालात पूरी तरह सामान्य होने में वक्त लगेगा.
2019 के मुकाबले 2020 में वैश्विक पैसेंजर की संख्या 55 फीसदी कम रहने का अनुमान है. IATA के सीईओ Alexandre de Juniac ने कहा कि सीमा बंद होने और क्वारनटीन के नियम लागू होने से लॉकडाउन जैसा ही असर देखने को मिल रहा है. हालांकि, वैक्सीन मिलने के बाद एयर ट्रैवल की रफ्तार बढ़ेगी.
IATA का कहना है कि घरेलू आवाजाही में सुधार हुआ है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय बाजार ज्यादातर बंद ही हैं. दुनिया के कई हिस्सों में संक्रमण अब भी तेजी से बढ़ रहे हैं. इसकी वजह से रिकवरी में देरी होगी.