इस समय स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनी हुवावे के फाउंडर और सीईओ रेन जेंगफेई ने हाल में कहा कि उसके मोबाइल की बिक्री 40 फीसदी घटी है और इस साल कंपनी अपना रेवेन्यू टारगेट हासिल करने से चूक सकती है.
स्मार्टफोन की घटती सेल्स से निपटने के लिए कंपनी ने एक खास फॉर्मूला पेश किया है. कंपनी एक वॉरंटी प्रोग्राम लेकर आई है. इस वॉरंटी प्रोग्राम के तहत कंपनी ने वायदा किया है कि अगर स्मार्टफोन खरीदने के 2 साल के भीतर उसमें फेसबुक, वॉट्सऐप, यूट्यूब, जीमेल, इंस्टाग्राम जैसे पॉप्युलर ऐप काम करना बंद कर देते हैं तो वह अपने स्मार्टफोन की पूरी कीमत ग्राहकों को रिफंड करेगी. हुवावे सेंट्रल ने दावा किया है कि स्मार्टफोन में अगर गूगल और फेसबुक के ऐप्स नहीं चलते हैं तो कंपनी डिवाइस की पूरी कीमत लौटाएगी. यह स्पेशल वॉरंटी प्रोग्राम अभी केवल फिलीपींस के लिए है. कंपनी के स्मार्टफोन की बिक्री घट रही है और ग्राहक पहले खरीदे गए हुवावे के फोन पर रिफंड्स की डिमांड कर रहे हैं, ऐसे ‘स्पेशल वॉरंटी’ प्रोग्राम को दूसरे मार्केट्स में भी लाया जा सकता है.
कंपनी ऐसे वॉरंटी प्रोग्राम के जरिए ग्राहकों के भरोसे को बनाए रखना अपने स्मार्टफोन की सेल्स को मेंटेन रखने के लिए करना चाहती है. 2019 की पहली तिमाही में ग्लोबल स्मार्टफोन की सेल्स में हुवावे नंबर 2 पर पहुंच गई थी. अब कंपनी को सेल्स के मोर्चे पर झटका लगा है. सैमसंग और ऐपल जैसी दिग्गज कंपनियां अब हुवावे की बाजार हिस्सेदारी में सेंधमारी कर रही हैं. हुवावे के सीईओ ने कहा है कि कंपनी को उम्मीद थी कि अमेरिका ऐसी दृढ़ता के साथ बड़े स्तर पर ऐसा ‘हमला’ करेगा. हुवावे पिछले एक दशक से लगातार तेजी से ग्रोथ कर रही है और कंपनी ने पहली बार 100 अरब डॉलर के रेवेन्यू लेवल को पार किया है. लेकिन, अमेरिकी पाबंदी के बाद कंपनी को बड़ा झटका लगा है.