सीएम नायब सैनी बीते चार जून को ही करनाल विधानसभा सीट से विधायक चुने गए हैं। इससे पहले वे कुरुक्षेत्र से सांसद थे। लोकसभा चुनाव से पहले मनोहर लाल ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था जिसके बाद सैनी को प्रदेेश की कमान सौंपी गई थी।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के विधानसभा चुनाव करनाल के बजाय दूसरे विधानसभा क्षेत्र से लड़ने की चर्चाएं तेज हैं। हालांकि इस सवाल पर सैनी ने कहा कि वह चुनाव कहां से लड़ेंगे, उसका फैसला केंद्रीय नेतृत्व करेगा। भाजपा में केंद्रीय नेतृत्व उम्मीदवारों के टिकट पर अंतिम मुहर लगाता है। सैनी के लाडवा से भी विधानसभा चुनाव लड़ने की चर्चा है। लाडवा में सैनी मतदाता की संख्या ज्यादा है।
पंचकूला में पार्टी दफ्तर में संकल्प पत्र की पहली बैठक में हिस्सा लेने के बाद उन्होंने कहा कि भाजपा और विपक्ष में यही अंतर है कि कांग्र्रेस में व्यक्ति तय करते हैं कि कौन कहां से चुनाव लड़ेगा। क्या पता हुड्डा की सीट पर कुमारी सैलजा को चुनाव लड़वा दिया जाए। रणजीत सिंह चौटाला के बगावती तेवर के मुद्दे पर उन्होंने कहा- वह हमारी सरकार में अभी भी मंत्री है। पार्टी जिसकी जो भूमिका तय करती है, वही आगे चलती है।
इस दौरान विपक्ष पर निशाना साधते हुए सीएम सैनी ने कहा कि राज्यसभा चुनाव के लिए हुड्डा और दुष्यंत आपस में लड़ रहे हैं। दोनों ही अपने पेट के लिए लड़ रहे हैं। विधानसभा चुनाव के बाद दोनों पल्ली पर बैठे दिखाई देंगे। राहुल गांधी व दीपेंद्र हुड्डा पर वार करते हुए उन्होंने कहा कि दोनों की तारा-सितारा की जोड़ी है। तारा-सितारा का हरियाणा से कोई सारोकार नहीं है। कांग्रेस का हाईकमान राहुल गांधी को सेट करने में लगा और हरियाणा की कांग्रेस दीपेंद्र हुड्डा को। इनका हरियाणा प्रदेश की जनता से कोई मतलब नहीं है। लोगों को इस बात को समझना चाहिए।