गढ़ में हमले से चौटाला परिवार की बढ़ी चिंता

हिसार की उचाना कलां विधानसभा क्षेत्र चौटाला परिवार का गढ़ माना जाता है। ऐसे में इस विधानसभा क्षेत्र में चौटाला परिवार पर हमला होना चिंतनीय है। उचाना कलां विधानसभा क्षेत्र से दुष्यंत चौटाला 2019 में 47452 मतों से जीते थे। उन्होंने भाजपा की प्रेमलता को हराया था। 

उचाना कलां विधानसभा क्षेत्र का नाम आते ही पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला का नाम सामने आ जाता है। इसी विधानसभा क्षेत्र के रोजखेड़ा गांव में हिसार लोकसभा क्षेत्र से दुष्यंत चौटाला की माता नैना चौटाला के काफिले पर हमला होना चिंतनीय बात है। उचाना कलां विधानसभा क्षेत्र चौटाला परिवार का गढ़ माना जाता है। यहां से ओमप्रकाश चौटाला भी 2009 में विधायक रहे हैं। इसके बाद 2019 में दुष्यंत चौटाला यहां से विधायक रहे और उपमुख्यमंत्री बने। ऐसे में इस विधानसभा क्षेत्र में चौटाला परिवार पर हमला होना चिंतनीय है।

उचाना कलां विधानसभा क्षेत्र से दुष्यंत चौटाला 2019 में 47452 मतों से जीते थे। उन्होंने भाजपा की प्रेमलता को हराया था। दुष्यंत चौटाला की यह जीत अब तक अपने आप में एक रिकॉर्ड है। इससे पहले सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड इनेलो के देसराज नंबरदार के नाम था, जिन्होंने 1987 में कांग्रेस के सूबे सिंह को 45248 मतों के अंतर से हराया था। दुष्यंत चौटाला ने इस रिकॉर्ड को पीछे छोड़ते हुए सबसे बड़ी जीत का नया रिकॉर्ड बनाया था। ऐसे में इस विधानसभा क्षेत्र के गांवों में दुष्यंत चौटाला की माता नैना चौटाला के काफिले पर हमला होना बहुत ही चिंता का विषय है।

दुष्यंत चौटाला ने कहा कि किसान आंदोलन के चलते कुछ लोग उनसे नाराज हो गए थे। यदि यह हमला किसानों ने करवाया है तो वह नाम बताएं। यदि ऐसे लोग उनके संगठन में हैं तो भी इसके बारे में खुलासा करें। यदि किसान संगठनों को बदनाम करने की कोई और कोशिश कर रहा है तो किसान संगठनों को सामने आकर इन लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करनी चाहिए। इसका मतलब यह है कि किसान संगठनों से दुष्यंत चौटाला का कोई विरोध नहीं है। किसान संगठनों को हमेशा दुष्यंत चौटाला ने सर्वोपरि माना है। उनके सामने कभी भी ऐसी कोई बात नहीं कही, जिससे वह नाराज हो जाएं। अब देखना होगा कि इस मामले में किसान संगठन आगे आते हैं या नहीं।

उचाना थाना प्रभारी को सस्पेंड करने की मांग
नैना चौटाला के काफिले पर पथराव, महिला कार्यकर्ताओं के साथ दुर्व्यवहार मामले के बाद पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा कि उनकी डीजीपी से बात हुई है, जिसमें उचाना थाना प्रभारी को सस्पेंड करने, हमला करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि कुछ तथाकथित किसान नेता पहले से ही डीजे लगाकर उनका पीछा कर रहे थे। रोजखेड़ा गांव में आकर कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट की गई। गाड़ी पर पत्थर फेंके गए।

महिला कार्यकर्ताओं के कपड़े फाड़ दिए गए। दो महिलाओं समेत छह कार्यकर्ताओं को चोटें आई हैं। इस मामले में उन्होंने एसपी सुमित कुमार से बात की है और सख्त कार्रवाई की मांग की है। नैना चौटाला ने पथराव के बाद उचाना थाना प्रभारी को मामले से अवगत करवाया तो उचाना थाना प्रभारी ने कहा कि जितने भी कार्यकर्ता हैं, सभी थाने में आकर रिपाेर्ट दर्ज करवाएं। घटना के दौरान मौके पर कोई पुलिस कर्मी मौजूद नहीं था। डीजीपी से उचाना थाना प्रभारी को सस्पेंड करने की मांग की गई है।

अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज
इस मामले में डीएसपी नवीन कुमार ने कहा कि जजपा की तरफ से शिकायत आई है। इसमें अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। आरोपियों की जल्द पहचान करके गिरफ्तार किया जाएगा।

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