हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने अधिकारियों और कर्मचारियों से आह्वान किया है कि वे देश और प्रदेश की तरक्की के लिए दफ्तर में बैठकर नहीं, बल्कि अपने क्षेत्र के गांव और शहरी इलाके में जाकर काम करें। उन्होंने कहा कि सुशासन दिवस के दिन हम सबको यह संकल्प लेना चाहिए कि हम ईमानदारी से अपने कर्तव्य का पालन करेंगे ताकि आमजन का जीवन सुगम हो सके। उपमुख्यमंत्री सोमवार को गुरुग्राम में आयोजित सुशासन दिवस कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।
डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा कि सुशासन का असली अर्थ यही है कि जो व्यक्ति प्रशासन और विभाग तक नहीं पहुंच सकते, उनके पास विभाग स्वयं पहुंच जाए और उनकी मूलभूत आवश्यकताओं को पूरा किया जाए। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल के कुशल मार्गदर्शन में राज्य सरकार 600 से अधिक सेवाओं को पोर्टल के जरिए संचालित कर रही है। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि हर आम आदमी का उसकी वास्तविक आर्थिक स्थिति के आधार पर परिवार पहचान पत्र बनाया गया है, जो व्यक्ति साठ साल की आयु पार कर चुका है, उसकी अपने आप ही बुढ़ापा पेंशन बन जाती है। उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति की आय सालाना एक लाख 80 हजार रुपए या इससे कम है, उसका बीपीएल कार्ड बना दिया जाता है और राशन मिलना शुरू हो जाता है। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि यह सब सुशासन का ही परिणाम है।
उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि हरियाणा देश का पहला ऐसा राज्य है, जहां 1.20 की बजाय 1.80 लाख रूपए की सालाना आय वाले परिवारों के बीपीएल राशन कार्ड बनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्व. चौ. देवीलाल ने भी आज से 28 साल पहले काम के बदले अनाज योजना शुरू की थी, जो कि आज मनरेगा का रूप ले चुकी है। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि सरकार की कोशिश है कि राशन डिपो की दुकान पर माइक्रो एटीएम को लगा दिया जाए, जिससे कि आम नागरिक वहां से पांच हजार रुपए तक खाते में से निकाल सके। उन्होंने कहा कि कर नीति को भी इस प्रकार से बनाया गया है कि अब इंस्पेक्टरी राज खत्म हो गया है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि आज मंडियों में किसान दो घंटे में अपनी फसल बेचकर चला जाता है और दो दिन में किसानों के खाते में भुगतान की रकम आ जाती है। इस अवसर सिरसा से सांसद सुनीता दुग्गल व अन्य गणमान्य लोग भी मौजूद रहे।