सब्जियों में मुद्रास्फीति पिछले महीने कम होकर 17.57 प्रतिशत रही जो जनवरी में 26.97 प्रतिशत थी. वहीं, फलों की महंगाई दर पिछले महीने में 4.80 प्रतिशत रही जो इससे पहले के महीने में 6.24 प्रतिशत थी.औद्योगिक उत्पादन में वृद्धि
औद्योगिक उत्पादन की बात की जाए तो इसकी वृद्धि दर इस साल जनवरी में 7.5 प्रतिशत रही जो एक साल पहले इसी महीने में 3.5 प्रतिशत थी. इसका कारण मैन्यफैक्चरिंग क्षेत्र के बेहतर प्रदर्शन के साथ उपभोक्ता और पूंजीगत वस्तुओं की अच्छी मांग है जिससे औद्योगिक वृद्धि को गति मिली. केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) के आंकड़े के अनुसार, औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) में वृद्धि दिसंबर 2017 में 7.1 प्रतिशत रही थी.
जीएसटी की परेशानी से बाहर आए लोग
क्रिसिल ने कहा, ‘‘लगातार दूसरे महीने मैन्यफैक्चरिंग क्षेत्र में वृद्धि इस बात का संकेत है कि उद्योग जीएसटी संबंधित बाधाओं से बाहर आ गया है. ऐसे में जो घरेलू एवं वैश्विक वृद्धि देखी जा रही है, उससे धीरे-धीरे पटरी पर आ सकता है.’’इस साल जनवरी में आईआईपी वृद्धि का प्रमुख कारण मैन्यफैक्चरिंग क्षेत्र का बेहतर प्रदर्शन है. सूचकांक में इस क्षेत्र की हिस्सेदारी 77.63 प्रतिशत है. इसमें पिछले महीने में 8.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई जो जनवरी 2017 में 2.5 प्रतिशत थी. यह अर्थव्यवस्था में पुनरूद्धार का संकेत देता है.
निवेश का आइना माने जाने वाले पूंजीगत सामान के उत्पादन में जनवरी 2018 में 14.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई जबकि एक साल पहले इसी महीने में 0.6 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई थी.
खनन क्षेत्र में नरमी
गैर-टिकाऊ उपभोक्ता सामान खंड में वृद्धि दर पिछले महीने में 10.5 प्रतिशत रही जो एक साल पहले जनवरी महीने में 9.6 प्रतिशत थी. इस खंड में रोजमर्रा के उपयोग के सामान शामिल हैं. वहीं उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुओं की वृद्धि दर जनवरी 2018 में 8 प्रतिशत रही जबकि एक साल पहले इसी महीने में इसमें 2 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई थी. हालांकि, खनन क्षेत्र में नरमी दिखी और पिछले महीने में 0.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई जबकि एक साल पहले जनवरी महीने में इसमें 8.6 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई थी.
वस्तुओं के उपयोग के आधार पर देखा जाए तो प्राथमिक वस्तुओं की वृद्धि दर सालाना आधार पर जनवरी 2018 में 5.8 प्रतिशत रही. वहीं, माध्यमिक वस्तुएं बनाने वाले उद्योगों की वृद्धि दर पिछले महीने में 4.9 प्रतिशत और बुनियादी ढांचा: निर्माण क्षेत्र में काम आने वाली वस्तुएं बनाने वाले उद्योगों की वृद्धि दर 6.8 प्रतिशत रही. उद्योगों के संदर्भ में मैनूफैक्चरिंग क्षेत्र में इस साल जनवरी में 23 औद्योगिक समूह में 16 में सकारात्मक वृद्धि हुई. चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-जनवरी के दौरान आईआईपी की वृद्धि दर 4.1 प्रतिशत रही जो इससे पहले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 5 प्रतिशत थी.