नई दिल्ली: क्रिकेटर से सांसद बने गौतम गंभीर ने रोहित शर्मा को भारतीय टी-20 टीम का कप्तान बनाए जाने का समर्थन किया है. पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज गंभीर ने तो यहां तक कहा कि अगर इस स्टार ब्ल्लेबाज को यह भूमिका नहीं सौंपी गई तो यह ‘शर्मनाक’ होगा. रोहित की अगुवाई में मुंबई इंडियंस ने मंगलवार को पांचवां इंडियन प्रीमियर लीग खिताब जीता. उन्होंने फाइनल में अर्धशतक जड़ने के अलावा अपनी चतुराई भरी कप्तानी से भी काफी प्रभावित किया. वह फिलहाल सीमित ओवरों के प्रारूप में भारत के उप-कप्तान हैं.
गंभीर ने ईएसपीएनक्रिकइंफो के ‘टी-20 टाइम आउट’ कार्यक्रम में कहा, ‘अगर रोहित शर्मा भारतीय कप्तान नहीं बनते तो यह उनका नुकसान है, रोहित का नहीं.’ उन्होंने कहा, ‘हां, कप्तान उतना ही अच्छा होता है जितनी अच्छी उसकी टीम होती है और मैं इससे पूरी तरह सहमत हूं लेकिन कप्तान को परखने का पैमाना क्या है कि कौन अच्छा है और कौन नहीं? पैमाना और मापदंड समान होने चाहिए. रोहित की अगुवाई में उनकी टीम (मुंबई इंडियंस) ने पांच आईपीएल खिताब जीते हैं.’
मुंबई इंडियंस ने मंगलवार को दुबई में दिल्ली कैपिटल्स को पांच विकेट से हराकर पांचवीं बार आईपीएल खिताब अपने नाम किया. गंभीर ने कहा, ‘हम कहते रहते हैं कि महेंद्र सिंह धोनी भारत के सबसे सफल कप्तान हैं. क्यों? क्योंकि उनकी अगुवाई वाली टीम ने दो विश्व कप और तीन आईपीएल खिताब जीते हैं.’
गंभीर ने कहा, ‘रोहित ने पांच आईपीएल खिताब जीते हैं, वह टूर्नामेंट के इतिहास के सबसे सफल कप्तान हैं. भविष्य में अगर उसे भारत की सीमित ओवरों या टी-20 टीम की कप्तानी नहीं मिलती तो यह शर्मनाक होगा.’ गंभीर ने कहा, ‘क्योंकि वह इससे अधिक कुछ नहीं कर सकता. वह सिर्फ उन टीमों को जीत दिलाने में मदद कर सकता है जिनकी वह कप्तानी कर रहा है. इसलिए अगर वह सीमित ओवरों के प्रारूप में भारत के नियमित कप्तान नहीं बनते हैं तो यह उनका (भारत का) नुकसान होगा.’
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के आईपीएल खिताब जीतने के नाकाम रहने के लिए विराट कोहली को जवाबदेह बनाने की मांग कर चुके गंभीर ने कहा कि उनके कहने का मतलब यह नहीं था कि कोहली की कप्तानी ‘खराब’ है, लेकिन उन्होंने बस सुझाव दिया था कि कप्तानी बांटने का मॉडल समय की जरूरत है.
गंभीर ने कहा, ‘वह कप्तानी बांटने पर विचार कर सकते हैं. कोई भी बुरा नहीं है. रोहित ने सीमित ओवरों के प्रारूप में दिखाया है कि उनकी और विराट की कप्तानी में कितना बड़ा अंतर है. एक खिलाड़ी की अगुवाई में उनकी टीम ने पांच खिताब जीते, दूसरे ने अब तक नहीं जीता.’ उन्होंने कहा, ‘मैं यह इसलिए नहीं कह रहा क्योंकि कोहली बुरे कप्तान हैं, लेकिन उन्हें भी वहीं मंच मिला है तो रोहित को मिला है, इसलिए आपको दोनों को समान पैमाने पर मापना होगा.’