फेसबुक पर इन दिनों ऐसे विदेशी ठग सक्रिय हैं, जो यूरोपीय लड़कियों की फेक प्रोफाइल दिखाकर डॉक्टर, इंजीनियर, व्यवसायी आदि हाईप्रोफाइल लोगों को अपना निशाना बना रहे हैं। ये ठग पहले तो दोस्ती करते हैं और फिर लाखों रुपये ठग लेते हैं।
ऐसा ही एक मामला शहर में भी सामने आया है। यहां तैनात एक सैन्यकर्मी को नाइजीरिया मूल के नागरिक और मेघालय की रहने वाली एक युवती ने ठग लिया। उससे 14 लाख रुपये ऐंठ लिए। पुलिस ने इन दोनों को सिविल लाइंस बस अड्डे के पास से गिरफ्तार कर लिया है।
एसएसपी नितिन तिवारी के मुताबिक ठगी के बाद सैन्यकर्मी ने इन लोगों की तलाश शुरू कर दी। उसकी सुरागकशी पर ही पुलिस इनको पकड़ने में कामयाब रही। हालांकि, रकम के नाइजीरिया स्थित बैंक में ट्रांसफर कर देने से भुक्तभोगी के हाथ पैसा नहीं आए। पुलिस का कहना है पैसे की रिकवरी की कोशिश की जा रही है। पूछताछ के दौरान इन लोगों ने कई दूसरे लोगों के साथ भी ठगी की बात स्वीकारी है।
इन दोनों को क्राइम ब्रांच की टीम ने सिविल लाइंस स्थित बस अड्डे के पास से गिरफ्तार किया है। पूछताछ में युवक ने अपना नाम जोसेफ उर्फ ज्वॉय अकपेडे निवासी नाइजीरिया बताया। उसने पुलिस को बताया कि मेघालय की रहने वाली डरहोहिंग चांगसन के साथ मिलकर वह फेसबुक के जरिए लोगों से दोस्ती करता है। यूरोपीय लड़कियों की फेक प्रोफाइल के जरिए वे लोग डॉक्टर, इंजीनियर, व्यवसायियों से पहले दोस्ती गांठते हैं।
इस काम में यह लोग लोकल लोगों की भी मदद लेते हैं। उसके बाद डरहोहिंग यूरोपियन लहजे की अंग्रेजी में फोन पर बात करके अपना विश्वास जमाती है। कई बार बात शादी तक पहुंच जाती है। उसके बाद गिफ्ट के नाम पर ये लोग ठगी का जाल फैलाते हैं।
इसी फार्मूले के जरिए उन्होंने प्रयागराज में तैनात सैन्यकर्मी एफसी चौहान को भी फांसा। सैन्यकर्मी को युवती ने एक गिफ्ट भेजने की बात कही। उसके बाद जोसेफ ने कस्टम अधिकारी बनकर उससे फोन पर बात की। इन लोगों ने मिलकर कस्टम ड्यूटी चुकाने के नाम पर 14 लाख रुपये ठग लिए।
एसएसपी नितिन तिवारी के मुताबिक गिरफ्तार युवक-युवती के तीन लैपटॉप, दस मोबाइल, 13 डालर एवं दिरहम समेत अन्य दस्तावेज बरामद हुए हैं। उनसे पूछताछ की जा रही है। पूछताछ के दौरान कई अन्य मामलों के भी खुलने की उम्मीद है।
महज दो माह की आनलाइन दोस्ती के बाद सैन्यकर्मी ने इतना भरोसा कर लिया कि उसके भेजे गिफ्ट की कस्टम ड्यूटी के एवज में उसने 14 लाख रुपये ठगों के हाथ गवां दिए। पुलिस के मुताबिक बम्हरौली स्थित सेना की एक डिवीजन में तैनात एफसी चौहान को फेसबुक पर 28 मई को पोलैंड की मारिया एलक्जेंडर की प्रोफाइल से फ्रेंड रिक्वेस्ट आई। उसके बाद व्हाट्सएप पर दोनों की चैटिंग शुरू हो गई।
पुलिस के मुताबिक युवती ने पोलैंड और जर्मनी के नंबर से बात भी की लिहाजा उसने उस पर भरोसा कर लिया। जुलाई माह में युवती ने एक गिफ्ट भेजने की बात कही। उसके बाद ठगी का सिलसिला शुरू हो गया। कुछ दिन बाद भुक्तभोगी के पास दिल्ली से फोन आया जिसमें पार्सल दिल्ली आकर छुड़वाने को कहा गया। पैकेज का वजन करीब 8 किलोग्राम बताते हुए कस्टम ड्यूटी चुकाने को कहा गया।
उसे बताया गया कि पैकेज में करीब 70 हजार डॉलर भी हैं जिसको छुड़वाने के लिए उसे कई सारे टैक्स चुकाने पड़ेंगे। जालसाजों ने इसके बाद उससे विभिन्न खातों में करीब 14.02 लाख रुपये ट्रांसफर करा लिए लेकिन इसके बाद भी पार्सल उसके हाथ नहीं आया। उसके बाद भुक्तभोगी ने 11 अगस्त को धूमनगंज थाने में अनीता शर्मा, एमएस राज इंटरप्राइजेज, संजय गुप्ता, लल्लू मवामा आदि के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई। ठगी के बाद अपने स्तर पर खोजबीन करके भुक्तभोगी जालसाजों तक पहुंच गया। उसने कई सारी जानकारियां भी क्राइम ब्रांच को दी जिसके बाद यह दोनों पुलिस के हत्थे चढ़े। इन लोगों ने दिल्ली के भी कई कारोबारियों को ठगने की बात पुलिस को बताई है।