योगी के राज्य में हुई बड़ी लापारवाही मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी के चलते हुई 30 मासूमों की मौत, ये रहा सुबूत...

योगी के शहर में हुई बड़ी लापारवाही मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी के चलते हुई 30 मासूमों की मौत, ये रहा सुबूत…

लखनऊ। पिछले कुछ घंटों में गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी से 30 मासूमों की मौत हो गयी थी। इन मौतों के बाद इनसे जुड़ी खबरें इलेक्ट्रानिक मीडिया से लेकर प्रिंट मीडिया में खूब प्रसारित हुई थी।

योगी के राज्य में हुई बड़ी लापारवाही मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी के चलते हुई 30 मासूमों की मौत, ये रहा सुबूत...बाढ़ का बढ़ता कहर, गुजरात में मरने वालों की संख्या हुई हद से भी ज्यादा…

हालांकि राज्य सरकार की ओर से मासूमों की मौतों की ख़बरों का खंडन किया जा रहा है। आज लखनऊ में राज्य सरकार के प्रवक्ता की ओर से एक प्रेस नोट जारी किया गया। जिसमें मौतों से जुड़ी ख़बरों को भ्रामक बताया गया।

राज्य सरकार के प्रवक्ता के अनुसार गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी के कारण किसी रोगी की मृत्यु नहीं हुई। ऑक्सीजन की कमी से पिछले कुछ घंटों में मेडिकल कॉलेज में भर्ती कई रोगियों की मृत्यु हो जाने के संबंध में तमाम समाचार चैनलों में प्रसारित समाचार भ्रामक हैं।

प्रवक्ता के अनुसार जिलाधिकारी मेडिकल कॉलेज में मौजूद रहकर स्थिति पर नजर रखे हुए हैं।  गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी के कारण किसी रोगी की मृत्यु नहीं हुई। प्रवक्ता के अनुसार मेडिकल कॉलेज में भर्ती 7 मरीजों की विभिन्न चिकित्सा कारणों से 11 अगस्त 2017 को मृत्यु हुई है।

जबकि न्यूज टैंक्स डॉट कॉम को एक ऐसा दस्तावेज हाथ लगा है, जिसमें बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी होने का पता चलता है।

दरअसल एक अगस्त 2017 को दीपांकर शर्मा की ओर से बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य को एलएमओ गैस प्लांट का बकाया भुगतान न होने के कारण ऑक्सीजन सप्लाई बाधित होने के सम्बन्ध में पत्र लिखा जाता है।

पत्र के अनुसार ,

‘ आपको हमारे द्वारा पूर्व में भी उपरोक्त विषय के सम्बन्ध में पत्राचार दूरभाष एवं व्यक्तिगत रूप से कई बार सूचित करने के उपरान्त भी बकाया भुगतान जोकि आज दिनांक एक अगस्त 2017 में 63 लाख 65 हजार 702 रुपये लंबित है।

उपरोक्त स्थिति के बाद भी आज हमने मरीजों के हित का स्मरण रखते हुए आपूर्ति सुनिश्चित की है। जिससे कि गैस प्लांट में निर्बाध रूप से आगामी 4 से 5 दिन तक सप्लाई सुनिश्चित रह सके।

हम आपको पूर्व में भी सूचित कर चुके हैं कि आइनॉक्स कंपनी जिससे हम गैस की आपूर्ति ले रहे हैं ने भी भुगतान न होने की स्थिति में भविष्य में सप्लाई करने में असमर्था दिखाई है।

अतः आपसे विनम्र निवेदन है कि उपरोक्त क्रम में हमारा बकाया भुगतान करना अविलम्ब सुनिश्चित करें। भुगतान न होने की स्थिति में हम  भविष्य में सप्लाई करने में असमर्थ होंगे और इसकी कोई भी  जिम्मेदारी संस्था की नहीं रहेगी।’

गोरखपुर मे आक्सीजन की कमी से बच्चों की दर्दनाक मौत , सरकार ज़िम्मेदार।कठोर कार्यवाही हो, 20-20 लाख का मुआवज़ा दे सरकार ।

 

मृतकों के परिजनों को लाश देकर भगा दिया गया, मृतक का पोस्टमार्टम तक नहीं हुआ है, भर्ती कार्ड भी गायब कर दिया गया है । अत्यन्त दुखद ।

 

इस पत्र से साफ़ पता चलता है कि ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली संस्था की ओर से 63 लाख रुपये बकाये को लेकर बीआरडी प्रशासन को कई बार अवगत कराया गया। जिसके बाद भी प्रशासन की ओर से कोई सुनवाई नहीं की गयी। जिसके बाद भी संस्था की ओर से रोगियों के हितों को ध्यान  हुए 4 से 5 दिन और ऑक्सीजन की सप्लाई की गयी। लेकिन इसके बावजूद भी बकाये का भुगतान न होने पर ऑक्सीजन सप्लाई आखिरकार बाधित हो गयी। जिसके बाद दर्जनों मासूम मौत की भेंट चढ़ गए।

कार्यालय नोडल अधिकारी (एनएचएम) को दी गयी बीआरडी मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विभाग की आख्या रिपोर्ट के मुताबिक़ बीती 10 अगस्त को सायंकाल साढ़े 7 बजे लिक्विड ऑक्सीजन लो होने लगा तो रिजर्व 52 ऑक्सीजन सिलेंडर को लगाकर काम चलाया गया।

– मेसर्स आईजीएल फैजाबाद से ;50 सिलेंडर मंगाया गया जो 11 तारीख को रात डेढ़ बजे मेडिकल कॉलेज पहुंचा जिसे तुरंत सेण्टर पाइप लाइन ऑपेरटर द्वारा लगाया गया।

– 11 तारीख की सुबह साढ़े 8 बजे पुनः सिलेंडर मेसर्स आईजीएल फैजाबाद से आया जिसे लगाया गया।

– फिर 11 को ही दोपहर डेढ़ बजे मेसर्स मोदी फ़ार्मा गोरखपुर से 22 सिलेन्डर आया। जिसे लगाया गया।

– इसके बाद 11 को ही दोपहर साढ़े चार बजे मेसर्स मोदी फॉर्मा गोरखपुर से 36 सिलेंडर आया जिसे लगाया गया।

– इसके बाद 11 को ही पुनः 100 सिलेंडर मेसर्स मोदी फॉर्मा गोरखपुर भरने के लिए भेजा गया।

– 100 सिलेंडर मेसर्स आईजीएल फैजाबाद से दिनांक 11 को रात में 11 बजे पहुँचने की उम्मीद है।

बीआरडी मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विभाग में मृतक मरीजों का विवरण :
– बीती 7 अगस्त को एनआईसीयू में 4, एईएस से 2 और नॉन एईएस से 3 मरीजों की मौत हुई।
– 8 अगस्त को एनआईसीयू में 7, एईएस से 3 और नॉन एईएस से 2 मरीजों की मौत हुई।
– 9 अगस्त को एनआईसीयू में 6, एईएस से 2 और नॉन एईएस से 1 मरीज की मौत हुई।
– 10 अगस्त को एनआईसीयू में 14 , एईएस से 3 और नॉन एईएस से 6 मरीजों की मौत हुई।
– 11 अगस्त को एनआईसीयू में 3, एईएस से 2 और नॉन एईएस से 2 मरीजों की मौत हुई।
 
इस प्रकार ऑक्सीजन की कमी के चलते बीआरडी मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विभाग में 30 मासूमों की भेंट चढ़ गए। जिस पर पर्दा डालने की कोशिश की जा रही है।

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