इस बार दिल्ली यूनिवर्सिटी ने सेशन 2017-18 में पीजी के लिए होने वाले एंट्रेंस एग्जाम को ऑनलाइन रखा है। जिसके बाद से ही स्टूडेंट्स इसके सख्त खिलाफ थे और अब उनके साथ डीयू के टीचर्स भी शामिल हो गए हैं।दिल्ली यूनिवर्सिटी के आर्ट्स फैकल्टी के बाहर स्टूडेंट्स ने किया प्रोटेस्ट
बता दें, मंगलवार को प्रोटेस्ट के दवाब में एक बार फिर दिल्ली यूनिवर्सिटी की मीटिंग टाल दी गई। एबीवीपी ने डीयू में पीजी एंट्रेंस के लिए ऑनलाइन सिस्टम के लिए भी फिर से प्रोटेस्ट किया है। इस बार इस प्रोटेस्ट में टीचर्स का एक ग्रुप और ऐकडेमिक काउंसिल और एग्जिक्युटिव काउंसिल के मेंबर्स भी शामिल हुए।
दरअसल डीयू ने पीजी, एमफिल, पीएचडी और चुनिंदा यूजी कोर्सेज के लिए ऑनलाइन एग्जाम कराने को कहा था, जिसके बाद से ही दिल्ली यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स यूनियन (डूसू) और एबीवीपी ने इस फैसले का विरोध करना शुरू कर दिया। इस विरोध में अब डीयू के टीचर्स भी आ गए हैं।
स्टूडेंट्स ने मंगलवार को डीयू की स्टैंडिंग कमिटी की मीटिंग के बाहर जमकर इसका विरोध किया। इतना ही नहीं उन्होंने आर्ट्स फैकल्टी के बाहर प्रोटेस्ट किया कि अगर ऑनलाइन एग्जाम होगा तो रूरल बैकग्राउंड के स्टूडेंट्स को काफी दिक्कत होगी। हर साल डीयू में ये एंट्रेंस एग्जाम मैनुअल यानी पेन-पेपर मीडियम से होते थे।
स्टूडेंट्स का पक्ष लेते हुए डीयू के टीचर्स ग्रुप नैशनल डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट (एनडीटीएफ) ने भी इसका विरोध किया है। उनका कहना है कि ऐडमिशन प्रोसेस से कुछ दिन पहले ही इतना बड़ा बदलाव स्टूडेंट्स के लिए बहुत मुश्किल होगा। खासतौर पर पिछले इलाकों के स्टूडेंट्स को कंप्यूटर के जरिए टेस्ट देने में काफी मुश्किल होगी।
एबीवीपी के नैशनल मीडिया कन्वीनर साकेत बहुगुणा का कहना है, बिना स्टूडेंट्स यूनियन और टीचर्स से बातचीत किए बिना डीयू एग्जामिनेशन को आउटसोर्स करने जा रहा है। ऑनलाइन एंट्रेंस टेस्ट से फीस भी बढ़ेगी, खासतौर पर इकनॉमिकली वीकर सेक्शन पर इसका नेगेटिव असर पड़ेगा और इससे बढ़कर सवाल यह है कि ग्रामीण इलाके के स्टूडेंट्स कंप्यूटर में एग्जाम कैसे देंगे? हमारा विरोध जारी रहेगा। स्टूडेंट्स का कहना है कि पिछले साल 6 शहरों में एंट्रेंस हुए थे, डीयू पहले वहां अपना सिस्टम फोकस करे।
हालांकि, डीयू कंप्यूटर बेस्ड एंट्रेंस टेस्ट करवाने के लिए टेंडर जारी कर चुकी है। एबीवीपी ने इसे लेकर वीसी से मिलने की मांग की है, मगर अब तक उन्हें टाइम नहीं मिली है। स्टैंडिंग कमिटी की मीटिंग में इस पर आज भी चर्चा होगी। दिल्ली यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट 18 शहरों में होगा। एजेंसी हायर करके सभी एग्जाम सेंटर्स में कंप्यूटर्स का इंतजाम किया जाएगा। डीयू ने फाइनल टेस्ट से पहले वेबसाइट और फैसिलिटेशन सेंटर्स में मॉक टेस्ट के लिए भी टेंडर में शर्त भी दी है ताकि स्टूडेंट्स को एंट्रेंस के लिए मदद मिल सके।