भारत अपनी विविधता और संस्कृति की वजह से दुनियाभर में मशहूर है। यहां का इतिहास बेहद समृध्द है जिसकी झलक यहां मौजूद कई इमारतों में देखने को मिलती है। यहां मौजूद किले इन्हीं इमारतों में से एक है जो अपनी खूबसूरत नक्काशी और बेहतरीन कारीगरी के लिए जाने जाते हैं। ऐसे में आज इस आर्टिकल में जानेंगे मध्य प्रदेश के ऐसे ही कुछ किलों के बारे में-
विविधताओं का देश भारत अपनी संस्कृति और पंरपराओं के लिए भी दुनियाभर में जाना जाता है। यहां हर राज्य की अपनी अलग बोली, पहनावा और खानपान है। यहां वास्तुकला और शिल्पकारी के कई खूबसूरत नमूने भी देखने को मिलते हैं। अपनी इन्हीं खूबसूरती के लिए पर्यटन के लिहाज के एक बढ़िया डेस्टिनेशन साबित होता है। यहां कई ऐसी ऐतिहासिक धरोहर मौजूद हैं, जिनमें न सिर्फ हमारे इतिहास की झलक देखने को मिलती है, बल्कि भारतीय कारगरी की खूबसूरती भी दिखाई देती है।
हमारे देश में कई शासकों ने राज किया और अपनी कुछ निशानियां यहां धरोहर के तौर परल छोड़ गए। देश में मौजूद किले इन्ही धरोहरों में से एक है। पूरे भारत में आपको कई सारे और खूबसूरत किले देखने को मिलेंगे। ऐसे में आप इस आर्टिकल में हम आपको भारत का दिल कहे जाने वाले राज्य मध्य प्रदेश के कुछ शानदार किलों के बारे में बताएंगे, जिन्हें आपको एक बार जरूर देखना चाहिए।
मांडू किला
मांडू किला राज्य के सबसे मशहूर और बड़े किले में से एक है। इसकी स्थापना राजा भोज ने की थी। इस किले की जटिल मगर खूबसूरत नक्काशी लंबे समय से लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करती आई है। अगर आप भी समृद्ध इतिहास और संस्कृति से रूबरू होना चाहते हैं, तो एक बार यहां जरूर जाएं।
रायसेन किला
रायसेन का किला मध्य प्रदेश के खूबसूरत किलों में से एक है। यह किला 1200 ईस्वी पूर्व बनाया गया था, जो एक पहाड़ी की चोटी पर स्थित है। इसमें विशाल जल भंडार, महल और यहां तक कि मंदिर भी शामिल हैं। इस किले की खास बात यह है कि इसमें संत हजरत पीर फतेहउल्लाह शाह की दरगाह भी है और इसमें एक शिव मंदिर भी है।
ग्वालियर किला
ग्वालियर में स्थित यह खूबसूरत किला भारतीय किलों के रत्नों में से एक माना जाता है। अपनी बेहद खूबसूरत और जटिल शिल्पकारी की वजह से यह लोगों का दिल जीत लेता है। अपनी बेहतरीन कारीगरी की वजह से इसे भारत के सबसे रंगीन किलों में से एक के भी माना जाता है। यह किला दो शानदार महलों मान मंदिर और गुजरी महल से घिरा हुआ है।
असीरगढ़ किला
मध्य प्रदेश में स्थित असीरगढ़ किला ऐतिहासिक धरोहरों का एक और शानदार नमूना है। इसे ‘दक्खन का दरवाजा’ भी कहा जाता है। यह बुरहानपुर शहर के बाहरी इलाके में स्थित है। सतपुड़ा की पहाड़ियों पर स्थित इस किले की ऊंचाई इसके समृद्ध इतिहास का वर्णन करती है।
महेश्वर किला
मध्य प्रदेश के खरगोन जिले के पास मौजूद इस किले को अहिल्या किले के नाम से भी जाना जाता है। यह किला पवित्र नदी नर्मदा की पहाड़ी पर स्थित है। किले का बेहद खूबसूरत और जटिल डिजाइन, उभरते झरने और रंग-बिरंगी नावें इस जगह को अपने आप में अनोखा बनाती हैं।