2020 में सिंघु बॉर्डर पर किसानों को रोकने में हुई परेशानियों से सीख लेकर इस बार दिल्ली पुलिस ने जबरदस्त तैयारी की है। पुलिस ने अभी से ही सिंघु बॉर्डर के फ्लाईओवर के नीचे करीब छह लेयर की हैवी बैरिकेडिंग की है। ऐसे में पैदल आने जाने वाले लोगों का भी रास्ता बंद हो गया है। हालांकि लोगों को असुविधा न हो सिंघु बॉर्डर पर पूरी तरीके से ट्रैफिक को नहीं रोका गया है।
एनएच 44 पर फ्लाईओवर के उपर से दोनों तरह दिल्ली आने और जाने के लिए दो-दो लेन की सड़क ट्रैफिक के लिए खुली है। इससे हरियाणा, उत्तराखंड, पंजाब, हिमाचल और जम्मू से आने वाले लोग इसी रास्ते का इस्तेमाल कर दिल्ली आ रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ पुलिस ने सुरक्षा को देखते हुए सिंघु बॉर्डर से लगे नरेला की छोटी बडी सड़कों को पुलिस की ओर से सील कर दिया गया है।
पुलिस ने सिंघु बॉर्डर पर इस वक्त करीब पांच से छह फीट ऊंची सीमेंट और कंक्रीट के डिवाइडर लगाए हैं। इसके अलावा दो से तीन फीट के डिवाइडर वाले पत्थर भी रखे हैं। इनके उपर से कांटेदार तार भी लगाए हैं। इसके बाद लोहे के बैरिकेड्स और उसके बाद सड़क को खोदकर करीब 10 से 15 फीट उंचे लोहे के कंटेनर खड़े कर दिए हैं।
इनके बाद लोहे के बैरिकेड्स और उसके बाद सड़क खोदकर करीब 10 से 15 फीट उंचे लोहे कंटेनर और ट्रक को रिजर्व में रखा गया है। प्रशासन ने न सिर्फ सिंघु बॉर्डर पर हैवी व्हीकल्स को डायवर्ट कर दिया है, बल्कि नरेला से लगे हरियाणा के सभी छोटे बड़े रास्तों को भी बंद कर दिया है। इससे आसपास के गांवों में आने जाने वाले लोगों को अब परेशानी उठानी पड़ रही है।
भीड़ रोकने के लिए चार स्तरीय सुरक्षा चक्र
पिछले 24 घंटे के दौरान सिंघु बार्डर पर सुरक्षा और पुलिस के व्यापक प्रबंध देखने को मिले। भीड़ रोकने के लिए पुलिस ने चार स्तरीय सुरक्षा चक्र बनाया है। पुलिस ने सबसे पहले मिट्टी से भरे कंटेनरों को रोड पर लगाकर रास्ते को पूरी तरह से बंद किया है।
दूसरे स्तर पर पुलिस ने सैकड़ों लोहे के बैरिकेड्स लगाए हैं और तीसरे स्तर पर कंटीले तार और चौथे स्तर पर सीमेंट के भारी-भरकम ब्लॉक सड़क पर रखे गए हैं। इसके अलावा ड्रोन से निगरानी शुरू हो गई है और सीसीटीवी कैमरों की संख्या में भी वृद्धि की गई है।