Corona virus पूरे प्रदेश के लिए राहत भरी खबर है। उज्जैन में कोरोना वायरस के दोनों संदिग्धों की जांच रिपोर्ट में इस बीमारी की पुष्टि नहीं हुई है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) पुणे से बुधवार को आई जांच रिपोर्ट निगेटिव है। प्रदेश भर से संदिग्ध मरीजों के सैंपल एनआईवी पुणे भेजने और रिपोर्ट प्राप्त करने के लिए एम्स भोपाल को नोडल एजेंसी बनाया गया है। स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट ने इस संबंध में बुधवार शाम को इंदौर में बैठक ली।
इस दौरान उन्होंने प्रदेश के सभी हवाई अड्डों पर विशेष सतर्कता बरतने को कहा है। मंत्री ने एक जनवरी 2020 के बाद चीन की यात्रा करने वाले लोगों की जानकारी व उनके सैंपल लेने के निर्देश दिए हैं। साथ ही परिवार के लोगों के सैंपल भी लिए जाएंगे। 14 दिन तक ऐसे लोगों को निगरानी में रखा जाएगा। मंत्री ने संभागायुक्त व कलेक्टरों को इंदौर, भोपाल, जबलपुर व ग्वालियर एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग सेंटर बनाने के दिशानिर्देश दिए। गुरुवार को इस बीमारी के बारे में स्वास्थ्य आयुक्त वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सभी जिलों के सीएमएचओ से बात करेंगे।
भोपाल एयरपोर्ट पर चिकित्सा टीम तैनात
चीन, थाइलैंड समेत नोबेल कोरोना वायरस से प्रभावित देशों से आने वाले लोगों की भोपाल एयरपोर्ट पर चिकित्सा टीम परीक्षण कर रही है। टीम में एक डॉक्टर, नर्स व अन्य कर्मचारियों को लगाया गया है। सुबह सात बजे पहली उड़ान आने के साथ ही इन देशों से आने वाले लोगों का परीक्षण किया जाएगा। ऐसे लोगों की पहचान के लिए अनाउंसमेंट शुरू किया गया है। टीम के पास जरूरी दवाएं हैं। संदिग्ध मरीजों को हमीदिया अस्पताल में इसके लिए बनाए गए छह बिस्तर के विशेष वार्ड रखा जाएगा।
मुंह में कपड़ा बांधे और हाथ धोएं
कोरोना वायरस को लेकर हमीदिया अस्पताल में नोडल अधिकारी छाती व श्वास रोग विशेषज्ञ डॉ. पराग शर्मा को बनाया गया है। डॉ. शर्मा ने कहा कि छींकते और खांसते वक्त मुंह में कपड़ा लगाया जाए। साबुन से हाथ बार-बार धोएं तो कोरोना वायरस ही नहीं निमोनिया, टीबी, स्वाइन फ्लू समेत कई बीमारियों से बचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से संक्रमित होने पर सर्दी, जुकाम बुखार और सांस में तकलीफ होती है।