अयोध्या। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि परमहंस जी का सपना साकार होने का वक्त आ गया है। यद्यपि उन्होंने राम मंदिर पर खुल कर कुछ नहीं कहा लेकिन, परमहंस के सपने का वास्ता देकर वह इशारों में काफी कुछ कह गए। मुख्यमंत्री दिगंबर अखाड़ा में मंदिर आंदोलन के पर्याय रहे रामचंद्रदास परमहंस की 15वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे थे।
श्रद्धांजलि देने के दौरान मुख्यमंत्री ने रामराज्य की अवधारणा शिरोधार्य की और कहा कि भ्रष्टाचार, आतंकवाद एवं नक्सलवाद मुक्त समाज की स्थापना ही रामराज्य है। रामनगरी में करीब दो घंटा प्रवास के दौरान उन्होंने उदासीन ऋषि आश्रम में गोशाला का उद्घाटन भी किया और यहीं सभा को संबोधित किया।
अपने उद्बोधन में मुख्यमंत्री ने याद दिलाया कि प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद पहला काम अवैध बूचडख़ाने बंद करने का किया गया। गो तस्करी के खिलाफ पूरे प्रदेश में अभियान चलाया गया। इसके बाद बड़ी संख्या में निराश्रित गोवंश सड़कों और खेतों में घूमने को विवश हुए। सरकार इस समस्या के समाधान को प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री ने बताया कि जल्द ही प्रदेश के सभी जिलों में गोशाला बनेगी।
अयोध्या में तो दो गोशाला बनने को है। एक नगर निगम के कोटे की और दूसरी जिला स्तर की। इससे पूर्व उदासीन ऋषि आश्रम के महंत डॉ. भरतदास के संयोजन में उनके सहयोगी एवं हिंयुवा के जिला उपाध्यक्ष संतोष सिंह ने मुख्यमंत्री का गर्मजोशी से माल्यार्पण कर स्वागत किया।