सीएम पुष्कर धामी ने उत्तराखंड को प्राइमरी स्कूल की संज्ञा देने वाले पूर्व सीएम हरीश रावत के बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने इसे कांग्रेस की असल मानसिकता करार दिया। कहा कि उत्तराखंड का विकास के पथ पर आगे बढ़ना उन्हें हजम नहीं हो रहा है।
उत्तराखंड की आय, निवेश, रोजगार बढ़ाने को लेकर सरकार की ओर से अंतरराष्ट्रीय कंसल्टेंट मैकेंजी ग्लोबल से किए करार पर पूर्व सीएम हरीश रावत ने सवाल उठाए थे। सरकार के मैकेंजी ग्लोबल से किए करार पर पूर्व सीएम हरीश रावत ने चुटकी लेते हुए कहा था कि अगले पांच साल में उत्तराखंड की आय दोगुनी करने को ग्लोबल मैकेंजी से करार करने का सरकार का फैसला ऐसा है, जैसे ऑक्सफोर्ड विवि के प्रोफेसर को मोटे वेतन पर प्राइमरी स्कूल में पढ़ाने के लिए बुलाया जाए। हरीश रावत के इस बयान को सीएम धामी ने उत्तराखंड का अपमान बताया। कहा कि, कांग्रेस को अपनी सोच को बड़ा करना होगा। कांग्रेस नेता का उत्तराखंड को प्राइमरी स्कूल की संज्ञा देना कांग्रेस की सोच को दर्शाता है। ऐसे निचले स्तर के बयान नहीं देने चाहिए।
सीएम पुष्कर धामी ने कहा कि सरकार सीमांत क्षेत्र के विकास को प्रतिबद्ध है। इन क्षेत्रों में केंद्र की वाइब्रेंट विलेज योजना के तहत काम किया जा रहा है। पीएम नरेंद्र मोदी ने इन गांवों को प्रथम गांव बताया है। ये गांव पीएम मोदी की सर्वोच्च प्राथमिकता में हैं। राज्य सरकार भी इसी दिशा में लगातार प्रयासरत है।
सीएम ने कहा कि अपराध के खिलाफ सरकार सख्त कार्रवाई जारी रखेगी। अपराध की श्रेणी में आने वाले अवैध कब्जों, अतिक्रमण, धर्मांतरण के खिलाफ पूरी सख्ती से कार्रवाई होगी। किसी को भी कोई रियायत नहीं दी जाएगी।