रविवार की सुबह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जनता दर्शन में पुलिस विभाग की कार्यप्रणाली एक बार फिर सवालों के घेरे में रही। बड़ी संख्या में पुलिस की लापरवाही के मामले देख मुख्यमंत्री नाराज हो गए। एक मामले में तो उन्होंने गोरखपुर के पुलिस कप्तान को से नाराजगी जताई और गुलरिहा में हत्या के मामले पर यथोचित कार्रवाई न करने को लेकर वहां थाना प्रभारी पर कार्रवाई का निर्देश भी दिया। रविवार को मुख्यमंत्री ने गोरखनाथ मंदिर के हिंदू सेवाश्रम में जनता दर्शन के दौरान करीब 500 लोगों की फरियाद सुनी और उन्हें समस्या समाधान का आश्वासन दिया।
फरियादियों से मिलकर समस्याओं के समाधान का दिया आश्वासन
दो दिवसीय दौरे पर शनिवार को गोरखपुर पहुंचे मुख्यमंत्री की रविवार सुबह की दिनचर्या परंपरागत रही। बाबा गोरखनाथ और ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ का दर्शन-पूजन करने के बाद मुख्यमंत्री ने मंदिर परिसर का भ्रमण किया और करीब आधा घंटा गोशाला में गायों के बीच रहे। आठ बजे के करीब वह हिंदू सेवाश्रम पहुंच गए, जहां बड़ी संख्या में फरियादी अपने समस्या उनसे कहने का इंतजार कर रहे थे। फरियादियों के मिलने की शुरुआत के साथ ही मुख्यमंत्री के सामने पुलिस विभाग की लापरवाही के मामले सामने आने लगे। उनका धैर्य तब जवाब दे गया, जब चेरियां बेलीपार की एक महिला ने गुलरिया थाना क्षेत्र में एक साल पहले हुई बेटे की हत्या के मामले में दोषियों की अबतक गिरफ्तार न होने की जानकारी दी।
इसलिए एसएसपी को फटकारा
यह सुनते ही मुख्यमंत्री ने पास में ही खड़े पुलिस कप्तान को फटकार लगाना शुरू कर दिया। कहा कि, गुलरिहा पुलिस के खिलाफ वैसी ही कार्रवाई करिए, जैसी पिछले दिनों बस्ती में हुई थी। महाराजगंज से आए कई मामलों को लेकर उन्होंने कमिश्नर को चेताया। कहा कि वहां के जिलाधिकारी से इसे लेकर बात करें। करीब सवा घंटे चले जनता दर्शन के बाद मुख्यमंत्री मंदिर स्थित आवास में चले गए और बाकी फरियादियों की समस्या मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय के प्रभारी मोतीलाल सिंह ने सुनी।
फरियादियों को संभालने में छूटे पुलिस के पसीने
मुख्यमंत्री के जनता दर्शन में रविवार को बड़ी संख्या में फरियादी पहुंचे। संख्या अधिक देखकर प्रशासन और पुलिस के अफसरों करीब 200 फरियादियों को हिंदू सेवाश्रम में बैठा दिया और बाकी को पास के यात्री निवास में इंतजार करने के लिए कहा गया। जब इंतजार करने वाले फरियादियों को पुलिस ने हिंदू सेवाश्रम में आने के लिए कहा तो वह दौड़ पड़े। ऐसे में एकबारगी अव्यवस्था की स्थिति बन गई। पुलिस ने जैसे-तैसे स्थिति पर काबू पाया और फिर कतारबद्ध कर फरियादियों को जनता दर्शन में भेजा।