उत्तर प्रदेश के 71वें स्थापना दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश का हृदय है उत्तर प्रदेश। भारत की संस्कृति, सभ्यता और स्वाधीनता आंदोलन का केंद्र बिंदु उत्तर प्रदेश रहा है। उन्होंने कहा कि जब समाज के लिए कुछ कर गुजरने की उत्सुकता नहीं होती तो समाज दिग्भ्रम की स्थिति में रहता है। इस स्थिति ने उत्तर प्रदेश को 70 वर्षों में भटकाव में पहुंचा दिया था।
उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस पर आयोजित तीन दिवसीय समारोह का शुभारंभ रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया। अवध शिल्पग्राम में आयोजित कार्यक्रम में सीएम योगी ने प्रदेश के युवाओं के लिए खास घोषणा की। उन्होंने कहा कि सरकार सभी मंडल मुख्यालयों पर अभ्युदय नाम से कोचिंग शुरू कर रही है। बसंत पंचमी से इनकी शुरुआत होगी, जिनके लिए हर जिले से छात्रों का चयन किया जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश के स्कूल-कॉलेज के इंफ्रास्ट्रक्चर की मदद इन कोचिंग के लिए ली जाएगी। विषय विशेषज्ञों के साथ ही अधिकारी भी छात्रों को मार्गदर्शन देंगे। इसके अलावा सरकार जल्द ही उत्तर प्रदेश गौरव सम्मान शुरू करने जा रही है। विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्धि हासिल करने वालों का चयन मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली समिति प्रतिवर्ष करेगी।
उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित होने वाले चतुर्थ संस्करण कार्यक्रम की सभी प्रदेशवासियों को हृदय से बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वर्ष 2017 में जब जनता ने भारतीय जनता पार्टी को प्रदेश में भारी समर्थन दिया तो तत्कालीन राज्यपाल राम नाईक के प्रस्ताव पर स्थापना दिवस की शुरूआत की गई। 24 जनवरी, 2018 को उत्तर प्रदेश की स्थापना का पहला समारोह इसी स्थल पर आयोजित हुआ था। इस दौरान हम लोगों ने एक जिला एक उत्पाद की अभिनव योजना शुरू की थी। आज यह योजना देश की सबसे लोकप्रिय योजनाओं में से एक है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम वैश्विक बीमारी कोरोना से भी लड़ रहे हैं और इसके साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘जान भी, जहान भी’ के मंत्र को आत्मसाथ करते हुए आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश आज नए बदलाव को मोड़ पर आया है। प्रदेश ने अपनी पहचान को बदता है। आज लोग उत्तर प्रदेश को अपराध ग्रस्त या दंगा ग्रस्त रूप में नहीं मानते हैं। देश में उत्तर प्रदेश बेहतर कानून-व्यवस्था के रूप में जाना जाता है। आज अलग-अलग राज्यों में उत्तर प्रदेश के मॉडल को अपनाने की उत्सुकता रहती है। आज प्रदेश में निवेश की संभावनाएं बढ़ी है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जनता की सुरक्षा के प्रति सरकार की जो प्रतिबद्धता है उसके साथ ईमानदारी से कार्य करने के जज्बे ने प्रदेश के परसेप्शन को बदला है। हमारा संकल्प है कि सिर्फ पेशेवर अपराधियों और माफिया पर लगाम नहीं कसेंगे, बल्कि पेशेवर और खानीदानी अपराधियों पर लगाम कसने का काम करेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य में पिछले चार वर्षों में चार लाख युवाओं को सरकारी नौकरी उपलब्ध करा चुके हैं। 15 लाख नौजवानों को निजी क्षेत्र में नौकरियों उपलब्ध करवाई गई हैं। करीब डेढ़ करोड़ नौजवानों को निवेश के माध्यम से रोजगार और करीब 15 करोड़ नौजवानों को स्वतः रोजगार के लिए योजनाओं से जोड़ने का कार्य प्रदेश सरकार ने चार वर्षों के कार्यकाल में किया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जहां दस-दस वर्षों में एक लाख करोड़ रुपये गन्न मूल्य का भुगतान नहीं हो पाता था, वहीं मात्र तीन वर्षों में एक लाख 15 हजार करोड़ रुपये गन्न मूल्य का भुगतान गन्ना किसानों को उनके बैंक खातों में किया गया है। आज प्रदेश हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। पर्यटन और संस्कृति के क्षेत्र में असीम संभावनाएं प्रदेश में हैं। प्रयागराज कुंभ इसका उदाहरण है। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में हर क्षेत्र में कुछ नया देखने को मिल रहा है। हम हर वृद्ध निराश्रित महिलाओं, दिव्यांगजनों को पेंशन उपलब्ध करा रहे हैं। सभी को अपनी प्रतिभा प्रदर्शन के लिए मंच मिल रहा है। हमने परम्परागत उद्यम से जुड़े कारीगरों एवं हस्तशिल्पियों को सम्मानित करने का भी कार्य किया है। साथ ही प्रदेश में युवा कल्याण विभाग द्वारा युवाओं को सम्मान देने का कार्य हुआ है।