राजस्थान में कांग्रेस सरकार को लेकर संकट के बीच डिप्टी सीएम सचिन पायलट अपने कुछ विधायकों के साथ दिल्ली में हैं. बताया जा रहा है पायलट खेमे के कुछ विधायक दिल्ली पहुंच गए हैं, जिनकी संख्या 12 के आसपास बताई जा रही है. हालांकि सचिन पायलट ने पार्टी आलाकमान से मिलने के लिए समय नहीं मांगा है.
कांग्रेस पार्टी के राजस्थान प्रभारी अविनाश पांडे ने बताया कि सचिन पायलट ने अभी पार्टी हाईकमान से मिलने के लिए समय नहीं मांगा है. लेकिन कांग्रेस नेतृत्व राजस्थान में कांग्रेस को लेकर हर अपडेट से परिचित है.
वहीं सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस आलाकमान सचिन पायलट से फिलहाल मिलने के मूड में नहीं है. क्योंकि अशोक गहलोत कांग्रेस आलाकमान को बता रहे हैं कि पायलट बीजेपी के नेताओं के संपर्क में हैं.
बताया जा रहा है कि स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप के नोटिस मिलने के बाद सचिन पायलट, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से बेहद नाराज हैं. स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ने विधायकों की खरीद-फरोख्त के मामले में सचिन पायलट को पूछताछ के लिए नोटिस भेजा है. सूत्रों के मुताबिक सचिन पायलट खेमे को डिप्टी सीएम से पूछताछ के लिए एसओजी का नोटिस स्वीकार्य नहीं है.
बता दें कि विधायकों को खरीद फरोख्त मामले में पूछताछ के लिए एसओजी की ओर से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट को नोटिस भेजा गया है, और अब 20 से ज्यादा मंत्रियों और विधायकों को भी नोटिस भेजा गया है. शनिवार को अशोक गहलोत ने कहा था कि एसओजी ने उन्हें भी बुलाया है और पूछताछ के लिए जाएंगे.
बहरहाल, शेखावटी के दो विधायक बृजेंद्र ओला और राजेंद्र गुढ़ा के मोबाइल बंद होने से गहलोत खेमा परेशान है. दोनों विधायक शनिवार तक अशोक गहलोत के संपर्क में थे. मगर रविवार सुबह से दोनों गहलोत के संपर्क में नहीं हैं.
राजस्थान में जारी सियासी घमासान पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल चिंतित नजर आए. कपिल सिब्बल ने ट्वीट किया, ‘अपनी पार्टी के लिए चिंतित हूं, क्या घोड़ों के अस्तबल से निकलने के बाद ही हम जागेंगे?’ कपिल सिब्बल ने हालांकि इस ट्वीट में राजस्थान का जिक्र तो नहीं किया है, लेकिन जिस तरह से उन्होंने अपनी बात जाहिर की उससे साफ लगा कि उनकी चिंता राजस्थान को लेकर है.
गौरतलब है कि दिल्ली में कांग्रेस पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने राजस्थान के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट और उनके खेमे के विधायक में ठहरे हुए हैं. बताया जा रहा है कि सचिन पायलट पार्टी अध्यक्ष से मिलना चाहते हैं.