उत्तर प्रदेश में धनतेरस के पर्व पर राज्यपाल आनंदीबेन के साथ केंद्रीय मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सीएम कन्या सुमंगला योजना की शुरुआत की। लोकभवन में शुक्रवार को इस योजना की शुरुआत करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि धनतेरस पर बेटियां लक्ष्मी के रूप में होती है। केंद्र व हमारी सरकार का प्रयास भी बेटियों के बेहतर रहन-सहन, पठन-पाठन तथा स्वास्थ्य पर ध्यान देने का है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस मौके पर कहा कि धनतेरस पर बेटियां लक्ष्मी के रूप में मिली हैं। मुख्य मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा आंगनवाड़ी केंद्र प्री प्राइमरी स्कूल में परिवर्तित किये जायेंगे। अगले सत्र से इस पर काम शुरू हो जाएगा। इसके अलावा बेसिक स्कूलों में एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम लागू किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के 92000 विद्यालयों में बेहतर सुविधाएं देने का प्रयास राज्य सरकार कर रही है। मुख्यमंत्री ने कन्या सुमंगला योजना की शुरुआत करते हुए कहा कि इस योजना से महिला सशक्तिकरण को बल मिलेगा। लोग बेटियों के जन्म को उत्सव के रूप में मनाएंगे।
महिला कल्याण विभाग की ओर से लोकभवन में होने वाले समारोह में मुख्यमंत्री ने योजना के लिए तैयार पोर्टल को भी लॉन्च किया। इसके साथ ही लाभार्थियों के खाते में ऑनलाइन प्रोत्साहन राशि भी भेजी गई और मुख्यमंत्री लाभार्थियों को पंजीकरण प्रमाण पत्र भी सौंपा। सीएम कन्या सुमंगला योजना कन्या भ्रूण हत्या जैसी कुप्रथा को समाप्त करने और परिवार नियोजन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शुरू की जा रही है।
इस योजना में सरकार लाभार्थियों को बेटी के जन्म लेने से लेकर उसके स्नातक पास होने तक सरकार प्रोत्साहन स्वरूप छह चरणों में कुल 15 हजार रुपये देगी। जिलों में होने वाले कार्यक्रमों में प्रभारी मंत्री के अलावा सांसद, विधायक, महापौर, जिला पंचायत अध्यक्ष और नगर पालिका परिषद व नगर पंचायतों के अध्यक्षों समेत अन्य जनप्रतिनिधियों को भी बुलाया गया। योजना के ऑनलाइन पोर्टल पर अब तक 2.82 लाख आवेदकों ने पंजीकरण हो चुका है और 1.45 लाख आवेदकों का ऑनलाइन फॉर्म फीड हो चुका है।