देश के कई जगहों पर नागरिकता कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है. जिसमें प्रदर्शनकारी सरकार के फैसले का विरोध कर रहे हैं. विरोध का इस बार सबसे अनोखा तरीका ‘आजादी’ का नारा है. मगर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यानथ को आजादी का नारा देश विरोधी लगता है. उन्होंने आजादी के नारे लगानेवालों पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करने की धमकी दी है.
‘आजादी’ का नारा लगानेवाले देशद्रोही-योगी
कानपुर में नागरिकता कानून के पक्ष में बीजेपी की सभा को संबोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने एलान किया, “विरोध के नाम पर अगर किसी ने आजादी का नारा लगाया तो ये देशद्रोह होगा. सरकार इसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी.” उन्होंने चेताया, “लोगों को भारत की जमीन से भारत के खिलाफ साजिश करने की इजाजत नहीं दी जा सकती.”
मुख्यमंत्री ने निशाना साधते हुए कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और वामपंथी पार्टियों पर महिलाओं की आड़ में सियासत करने का आरोप लगाया. योगी आदित्यनाथ ने विरोधियों पर हमला बोलते हुए कहा कि विपक्षी पार्टियों ने महिलाओं और उनके परिवार के लोगों को हर नुक्कड़ पर धरना देने के लिए आगे कर दिया है. उन्होंने कहा कि पुरुष सदस्य घर के अंदर कंबल ओढ़कर सो रहे हैं जबकि औरतों को धरना पर बिठाया जा रहा है.
CAA के खिलाफ जारी है प्रदर्शन
नागरिकता कानून के विरोध में लखनऊ के ऐतिहासिक टावर चौक में प्रदर्शनकारी पिछले कई दिनों से धरना पर बैठे हैं. पुलिस ने सभा को अवैध बताते हुए तीन आपराधिक केस दर्ज किया है. जिनमें मशहूर शायर मनौव्वर राणा की दो बेटियां भी शामिल हैं. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर कंबल लूटने और खाना छीनने का आरोप लगाया था. जबकि पुलिस ने खंडन करते हुए कहा था कि कंबल को कानूनी तरीके से जब्त किया गया है. इसके अलावा इटावा में महिला प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ज्यादती का वीडियो फुटेज आ चुका है. जिसमें पुलिस दुकान में घुसकर जबरदस्ती बंद करवा रही है.
पिछले महीने उत्तर प्रदेश के कई शहरों में कानून के खिलाफ रैली का आयोजन किया गया था. जिसमें पूरे राज्य भर में करीब 20 लोगों की जान गई थी. प्रदर्शनकारियों ने पुलिसिया कावाई पर सवाल उठाते उन्हें हिंसा का जिम्मेदार ठहराया था. जबकि पुलिस ने फायरिंग का जिम्मेदार प्रदर्शनकारियों को बताया था. हिंसा के बाद योगी सरकार ने सरकारी संपत्ति के नुकसान की भरपाई प्रदर्शनकारियों से वसूलने के निर्देश दिये थे