वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को साल 2018-19 के लिए अपना आखिरी बजट पेश किया। इस दौरान उन्होंने कस्टम ड्यूटी बढ़ाने समेत कई ऐलान किए। कस्टम ड्यूटी बढ़ने के बाद मोबाइल फोन और टीवी महंगे हो जाएंगे। तो आइए जानते हैं जेटली साहब की पोटली से टेक्नोलॉजी जगत के लिए क्या निकला है?
टेक्नोलॉजी जगत में अभी सबसे ज्यादा 5G नेटवर्क की चर्चा है। अपने भाषण में अरुण जेटली ने कहा कि आईआईटी चेन्नई में 5जी नेटवर्क की टेस्टिंग में डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकॉम मदद करेगा। वहीं कई एक्सपर्ट्स का भी कहना है कि 2018 का बजट टेलीकॉम इंडस्ट्री के लिए फायदेमंद होगा।
मशीन लर्निंग और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस तकनीक के लिए वित्त मंत्री ने कहा कि NITI आयोग इसके लिए काम करेगा। इसके लिए कई प्रोग्राम भी चलाए जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि मशीन लर्निंग के रिसर्च के लिए इनवेस्ट भी किया जाएगा।
डिजिटल करेंसी बिट्क्वॉइन को लेकर वित्त मंत्री ने बजट भाषण के दौरान साफ कर दिया कि इस तरह की कोई भी क्रिप्टो करेंसी भारत में मान्य नहीं है। सरकार के इस ऐलान के बाद उन लोगों को बड़ा झटका लगेगा जिन्होंने बिटकॉइन में निवेश किया था। यानी की बाजार में लाखों लोगों को करोड़ों और अरबों का नुकसान होगा।
वित्त मंत्री ने अपने भाषण में डिजिटल इंडिया के लिए बड़ी घोषणा की। उन्होंने कहा कि 2018-19 में रोबोटिक्स, डिजिटल मैन्यूफैक्चरिंग और डाटा एनालिसिस के क्षेत्र में 3,073 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा।