उच्च शिक्षण संस्थानों में अध्ययन करने वाले काफी युवा ड्रग्स और नशीले पदार्थों के शिकार हैं। यह तरह की समस्या कई संस्थानों में देखी जा रही है। कई संस्थानों की ओर से शिकायतें भी आ रहीं हैं। इसको लेकर भारत सरकार की संस्था मीनिस्ट्री ऑफ सोशल जस्टिस एंड इंपॉवरमेंट की ओर से उच्च संस्थानों में इस तरह की गतिविधि नहीं हो इसके लिए ड्र्रग डिमांड रेडक्शन नामक अभियान चलाने को लेकर यूजीसी ने विश्वविद्यालय को पत्र भेजा है। पत्र में कहा गया है कि विश्वविद्यालय और इसके सभी कॉलेजों में एक अप्रैल से इसको लेकर जागरूकता अभियान चलाना है।
छात्रों को किया जाएगा जागरूक
यूजीसी की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि छात्र संगठनों की मदद से ऐसे छात्रों की पहचान कर उनकी काउंसिलिंग करनी है। साथ ही उन्हें इससे होने वाली हानियों के बारे में बताना है, उन्हें नशा से बाहर निकलने में मदद करनी है। साथ ही विवि परिसर में पोस्टर के माध्यम से भी से नो ड्रग्स का नारा बुलंद करना है। वहीं रैली और अन्य माध्यमों से भी जागरूकता फैलाने का निर्देश दिया गया है।
20 मार्च तक यूजीसी को भेजना है जागरूकता प्लान
विश्वविद्यालय और कॉलेजों में जागरूकता को लेकर होने वाली गतिविधियों को लेकर 20 मार्च तक यूजीसी को प्लान भेजना है। प्लान में नुक्कड़ नाटक समेत अन्य गतिविधियों को भी शामिल करने का निर्देश दिया गया है।