कांग्रेस कार्य समिति की रविवार को हुई बैठक को लेकर भाजपा ने राहुल गांधी को आड़े हाथों लिया है। भाजपा का कहना है कि यह ‘प्रदर्शन न करने वाले’ पार्टी अध्यक्ष की अध्यक्षता में एक ‘काम न करने वाली समिति’ की बैठक थी।
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि बैठक में महज दो लाइन का निर्णय लिया गया, जो बहुत ही भयानक है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का यह दो लाइन का निर्णय था ‘पार्टी खुद तो चुनाव नहीं जीतेगी, लेकिन भाजपा को भी नहीं जीतने देगी।’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस का यह निर्णय किसी ‘आत्मघाती हमलावर’ की तरह है और इसका इरादा बिल्कुल स्पष्ट है कि पार्टी को भले ही खत्म किया जा सकता है लेकिन भाजपा को जीतने नहीं दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस का एकमात्र उद्देश्य प्रधानमंत्री मोदी को 2019 में आने से रोकना और एनडीए सरकार द्वारा किए गए विकास के एजेंडे को रोकना है।
वहीं, भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनिल बलूनी ने भी राहुल गांधी पर कड़ा प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष भले ही जबरन प्रधानमंत्री को गले लगा लें, लेकिन देश की जनता 2019 लोकसभा चुनाव में उन्हें गले नहीं लगाने वाली है। आप 2024 में अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी करिए।
उन्होंने ट्वीट के जरिए राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि हताशा और निराशा में डूबी कांग्रेस ने महज 150 सीटों पर चुनाव लड़ने का लक्ष्य रखा है और कांग्रेस अध्यक्ष प्रधानमंत्री बनने का ख्वाब देख रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह को देश 10 साल देख चुका है। सोनिया गांधी और राहुल गांधी के नेतृत्व में उन्होंने भ्रष्टाचार को कई गुना करने का लक्ष्य रखा था। लेकिन हमने किसानों की आय दुगुना करने का लक्ष्य रखा है और इसे जरूर पूरा करेंगे।