सत्तापरिवर्तन भले ही हो जाए लेकिन व्यवस्थाएं वही रहती हैं। सरकारे बदलजाती हैं लेकिन अपराध, उल्टे ओर गलत कार्य करने वाले चेहरे मोहरे वही के वही रहते हैं। यही कुछ देश व प्रदेश की सरकारों में हो रहा है। पुलिस एवं नेताओं के गठजोड में आज भी अनैतिक कार्य बिना किसी रूकावट के निंरतर जारी हैं।
फरीदाबाद के एक सरकारी स्कूल की बिल्डिंग में ही शाम ढलते ही देहव्यापार का धंधा शुरू हो जाता है। दो साल से खाली पडे इस सरकारी स्कूल की बिल्डिग में रहने वाली एक महिला जो कि दंबंग जाति से संबंध रखती है। यहां अनैतिक कार्यों में संललिप्त है। इस गंदे खेल में इस महिला को एक भाजपा नेता जो पूर्व में पार्षद भी रहा है और स्थानीय पुलिस का संरक्षण प्राप्त है। इस भाजपा नेता की उम्र लगभग 50 साल के आस पास की है ।
ये नेता विधान सभा चुनाव में टिकट की दावेदारी की दौड़ में भी शामिल रहा है.सेक्टरवासी और आसपास की कालोनीवासियों ने कई बार शिकायत की लेकिन कोई कार्रवाई नही हो पाई है। बडे दुर्भागय की बात है कि सुशासन व भयमुक्त सरकार का दावा करने वाली भारतीय जनता पार्टी के जनप्रतिनिधि और पुलिस अधिकारी ही ऐसे गंदे खेल में शाहिल होगें तो ओरो का तो कहना ही क्या?
प्रदेश में सत्तारूढ भाजपा सरकार में कोई किसी की सुनने वाला नही है कोई विश्व रिकार्ड बनाने में मस्त है तो कोई अपने अपने खाली पडे खजानों को भरने में जुटा हुआ है। भोली भाली जनता को उम्मीद से ज्यादा स्वपन दिखाकर सत्ता में आई भाजपा सरकार से नाउम्मीद हुई जनता इंतजार कर रही है कि कब फिर से चुनाव आएं और इन मुंगेरीलाल की औलादों को सबक सिखाया जाए। जिस सरकार के जनप्रतिनिधि ही चकला, देहव्यापार और दलाली के धंधे में लिप्त हो भला वहां की जनता की कौन सुनेगा? अंधेर नगरी चौपट राजा वाली कहावत को अनुभव कर रही है फरीदाबाद की जनता।