नई दिल्ली। मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर आज यानी 24 अप्रैल को 44 साल के पूरे हो गए हैं। सचिन का जन्म आज ही के दिन 24 अप्रैल 1973 को हुआ था। यूं तो सचिन को उनकी बल्लेबाजी के लिए लोग हमेशा याद करते हैं लेकिन सचिन के बारे में कुछ ऐसा भी है जो शायद ही किसी को पता होगा। दरअसल, सचिन अपने करियर के शुरूआती दौर में बल्लेबाज नहीं बल्कि गेंदबाज बनना चाहते थे।

सचिन तेंदुलकर को बल्लेबाजी ही करते देखना चाहते थे डेनिस लिली
अपनी इसी ख्वाहिश को पूरा करने के लिए तेंदुलकर मुंबई से चेन्नई के एमआरएफ पेस एकेडमी जा पहुंचे थे, लेकिन एकेडमी पहुंचे के बाद ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज डेनिस लिली ने सचिन को गेंदबाजी छोड़ बल्लेबाजी करने की सलाह दी। लिली ने सचिन से कहा कि उन्हें गेंदबाजी नहीं बल्लेबाजी ही करनी चाहिए। तब से सचिन ने कभी भी गेंदबाजी के बारे में नहीं सोचा और सिर्फ अपनी बैटिंग पर ही कंसन्ट्रेट किया।
बता दें, सचिन तेंदुलकर के पिता रमेश तेंदुलकर संगीतकार सचिन देव बर्मन के फैन थे। उन्हीं के नाम पर सचिन के पिता ने उनका नाम सचिन रमेश तेंदुलकर रखा था। क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर पर एक नयी किताब आयी है, जिसमें उनके आखिरी टेस्ट से जुड़े तमाम जज्बात और रोमांच को बयां किया गया है। पुस्तक का नाम फाइनल टेस्ट : एक्जिट सचिन तेंदुलकर है। इसके लेखक पत्रकार दिलीप डिसूजा हैं।
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