हिन्दी फिल्मों की 1950 से 1960 के दशक की बात हो और अभिनेत्री निम्मी की बात ना हो ऐसे कैसे हो सकता है। उनकी खूबसूरती का जादू फिल्ममेकर्स के सिर चढ़कर बोलता था। निम्मी 18 फरवरी 1933 को जन्मी थीं। बरसात, दीदार, आन, उड़न खटोला और बसंत बहार जैसी कई फिल्मों में निम्मी ने अपने अभिनय से अमिट छाप छोड़ी । निम्मी अभिनीत फिल्मों पर एक नजर डाले तो पाएंगे कि 50 और 60 के दशक में महज शोपीस के तौर पर एक्ट्रेस को इस्तेमाल किए जाने की विचार धारा को बदल दिया।
निम्मी मधुबाला के करीबी लोगों में थीं। मधुबाला दिलीप कुमार को किस हद तक चाहती थीं यह मधुबाला के करीबी लोग जैसे अजित, निम्मी, के आसिफ और नादिरा अच्छी तरह जानते थे। निम्मी ने एक इंटरव्यू में बताया, फिल्म अमर (1954) के सेट पर हम दोनों में गहरी दोस्ती हो गई थी। हमारे बीच दिलीप कुमार को लेकर भी चर्चाएं होने लगीं, जो उस फिल्म में मुख्य अभिनेता की भूमिका निभा रहे थे। दिलीप कुमार को अपना दिल दे चुकीं मधुबाला के दिमाग में निम्मी की बातों से थोड़ा शक पैदा हुआ। मधुबाला के मन में यह स्वभाविक सवाल उठा, ‘निम्मी दिलीप का उतना ही ख्याल क्यों रखती है, जितना मैं रखती हूं? अगर ऐसा है तो मुझे क्या करना चाहिए?’
एक दिन मधुबाला ने निम्मी से कहा, ‘निम्मी, क्या मैं तुमसे कुछ पूछ सकती हूं? मुझे विश्वास है कि तुम मुझसे झूठ नहीं बोलोगी और मुझसे कुछ नहीं छुपाओगी।’ जब निम्मी ने उन्हें आश्वस्त किया तो उन्होंने कहा कि अगर तुम दिलीप कुमार के बारे में वैसा ही महसूस करती हो जैसा मैं करती हूं तो मैं तुम्हारी खातिर उनकी जिंदगी से निकल जाऊंगी और मैं उन्हें तुम्हारे लिए दिलीप को छोड़ दूंगी।’ निम्मी को यह सुन कर गहरा धक्का लगा। फिर निम्मी ने खुद को संभालते हुए मधुबाला से दोस्ताना अंदाज में कहा कि ‘उन्हें दान में पति नहीं चाहिए।’
फिल्म ‘अंदाज’ के सेट पर निम्मी की मुलाकात अभिनेता राजकपूर से हुई। राजकपूर उन दिनों अपनी फिल्म ‘बरसात’ के लिए किसी नए चेहरे की तलाश में थे और मुख्य अभिनेत्री के लिए नरगिस का चयन कर चुके थे। राजकपूर ने निम्मी की सुंदरता से प्रभावित होकर उनके सामने इस फिल्म में सहायक अभिनेत्री का प्रस्ताव रखा जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया। 1949 में रिलीज हुई ‘बरसात’ से निम्मी ने फिल्म इंडस्ट्री में रातों रात अपनी पहचान बना लीं।
साल 1957 में प्रदर्शित फिल्म ‘भाई-भाई’ निम्मी के सिने करियर की महत्वपूर्ण फिल्मों में एक है। इस फिल्म में अपने दमदार अभिनय से उन्होंने दर्शको के साथ ही समीक्षकों का भी दिल जीत लिया और उन्हें क्रिटिक्स अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया। निम्मी ने अपने चार दशके लंबे करियर में लगभग 50 फिल्मों में अभिनय किया है। इसके बाद निम्मी ने फिल्म जगत से किनारा कर लिया।