यूपी। कानपुर जिले के बिकरू कांड में मारे गए कुख्यात विकास दुबे की पत्नी रिचा दुबे की जल्द गिरफ्तारी हो सकती है। फर्जी आईडी से सिम लेने के आरोप में एफआईआर दर्ज है। उसने कोर्ट से चार्जशीट लगने तक अग्रिम जमानत मांगी थी। उसे खारिज कर दिया गया है।
इसी तरह से विकास के खास रहे गुड्डन त्रिवेदी की पत्नी कंचन को भी अग्रिम जमानत देने से इनकार कर दिया है। गुरुवार को दोनों के प्रार्थना पत्रों में सुनवाई हुई। दोनों आरोपियों को कोर्ट से कोई राहत नहीं मिली है। एसआईटी की जांच में सामने आया था कि विकास दुबे की पत्नी रिचा दुबे ने फर्जी आधार कार्ड लगाकर सिम लिया था।
उसका ही इस्तेमाल कर रही हैं। इस पर चौबेपुर पुलिस ने उसके खिलाफ धोखाधड़ी आदि धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की थी। इसकी जानकारी पर विकास दुबे की पत्नी रिचा दुबे ने जिला जज से मामले में चार्जशीट लगने तक अग्रिम जमानत मांगी थी।
इसी तरह से विकास के खास गुर्गा गुड्डन त्रिवेदी उर्फ अरविंद की पत्नी कंचन त्रिवेदी पर शिवली कोतवाली में फर्जी शपथ पत्र देने की रिपोर्ट दर्ज हुई थी। उस पर आरोप है कि उसने पति को शस्त्र लाइसेंस दिलाने के लिए आपराधिक इतिहास छिपा शपथ पत्र दिया था। गुड्डन उर्फ अरविंद ने 2008 में रिवाल्वर का लाइसेंस लिया था।
दोनों आरोपियों ने जिला जज यशवंत कुमार की अदालत में अग्रिम जमानती प्रार्थना पत्र दाखिल किए थे। जिला जज की गैर मौजूदगी में गुरुवार को मामले की सुनवाई अपर जिला सत्र न्यायाधीश प्रथम राममिलन की कोर्ट में हुई।
अदालत ने दोनों आरोपियों के अग्रिम जमानती प्रार्थना पत्र खारिज कर दिए। गुरुवार को जिला शासकीय अधिवक्ता फौजदारी राजू पोरवाल ने बताया कि दोनों गंभीर मामले हैं। इस पर इन्हें अग्रिम जमानत दिए जाने का विरोध किया गया। अदालत ने दोनों के प्रार्थना पत्र खारिज कर दिए हैं।