वाशिंगटन। अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन ने सर्जन जनरल के तौर पर भारतवंशी डॉक्टर विवेक मूर्ति को नियुक्त करने का फैसला लिया है। ओबामा प्रशासन के दौरान भी वे इसी पद पर थे। बता दें कि बाइडन की कोविड-19 सलाहकार बोर्ड के तीन अध्यक्षों में से एक विवेक मूर्ति भी हैं।

बाइडन की टीम में कई भारतीय मूल के लोग-
राष्ट्रपति चुनाव में जीत के बाद जो बाइडन ने विवेक मूर्ति को कोविड-19 टास्क फोर्स का सह अध्यक्ष नियुक्त किया था। साथ ही दो अन्य भारतीयों को भी बाइडन प्रशासन में समितियों के प्रमुख के रूप में नामित किया गया। इनमें से एक अरुण मजूमदार को ऊर्जा विभाग और किरण आहूजा को कार्मिक प्रबंधन की जिम्मेदारी दी गई। वहीं अतुल गावंडे और सेलिन गाउंडर को कोविड-19 टास्क फोर्स में शामिल किया गया। उल्लेखनीय है कि बाइडन की टीम में इसके अलावा 19 अन्य भारतीय नागरिको को जिम्मेदारियां दी गईं हैं।
ओबामा प्रशासन के दौरान भी इस पर कर चुके हैं काम-
अमेरिका के 19वें ‘सर्जन जनरल’ भी विवेक मूर्ति ही थे। उन्होंने 2014 से 2017 तक इस पद की बागडोर संभाली थी। अब जब दुनिया में संक्रमण से प्रभावित दुनिया के सभी देशों में पहला नंबर अमेरिका का है तो देखना होगा कि नए सर्जन जनरल के तौर पर विवेक मूर्ति की कार्यप्रणाली कैसी होगी। 15 दिसंबर 2014 को उन्हें सर्जन जनरल के तौर पर नियुक्त किया गया था और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उन्हें 21 अप्रैल 2017 को इससे मुक्त कर दिया था। अब वापस वे अपनी भूमिका में आएंगे लेकिन इस बार उनका पोर्टफोलियो व्यापक होगा।
वाशिंगटन पोस्ट के अनुसार, ‘पूर्व सर्जन जनरल विवेक एच मूर्ति को नई सरकार में बड़ी भूमिका के लिए तैयार रहने को कहा गया है। इस मामले में औपचारिक एलान जल्द होने की उम्मीद है।’ सर्जन जनरल का कार्यकाल चार वर्ष का होता है और वह सार्वजनिक स्वास्थ्य के मुद्दों पर सरकार का शीर्ष अधिकारी होता है। फिलहाल जेरोम एडम्स अमेरिका के सर्जन जनरल हैं।
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