बीसीसीआइ ने गुरूवार को स्पष्ट किया कि कार्यकारी सचिव अमिताभ चौधरी सिंगापुर में चल रही आइसीसी की बैठक में विश्व संस्था के बोर्ड निदेशक की अपनी क्षमता के कारण शिरकत कर रहे हैं और वह वहां बीसीसीआइ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल जौहरी के स्थान पर नहीं जा रहे जो यौन उत्पीड़न के आरोपों से जूझ रहे हैं।
जौहरी सिंगापुर नहीं गए क्योंकि प्रशासकों की समिति ने उन्हें उनके खिलाफ लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों पर अपना पक्ष सौंपने को कहा है।
बीसीसीआइ के बयान के अनुसार, ‘जब से फैसला हुआ था कि राहुल जौहरी आइसीसी-सीइसी की बैठक में शिरकत नहीं करेंगे तो ऐसी छवि बनाई गई कि बीसीसीआइ के कार्यकारी सचिव अमिताभ चौधरी को जौहरी की जगह भेजा जा रहा है।’
इसके मुताबिक, ‘यह बात ध्यान में रखनी चाहिए कि आइसीसी के निदेशकों के बोर्ड में चौधरी करीब दो साल से निदेशक हैं और आइसीसी बोर्ड निदेशक के तौर पर लगातार अपनी क्षमता के अनुसार भारत और बीसीसीआइ का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।’
जौहरी की अनुपस्थिति में आइसीसी बोर्ड निदेशकों की बैठक में शिरकत करने जा रहे चौधरी मुख्य कार्यकारी बैठक का भी हिस्सा होंगे।
इसके अनुसार चौधरी आइसीसी की मौजूदा कांफ्रेंस में आइसीसी के निदेशक बोर्ड की बैठक में शिरकत करनी ही थी, भले ही जौहरी मुख्य कार्यकारियों की बैठक में शिरकत करते या नहीं।
उन्होंने कहा, ‘कुछ कारणों से जौहरी मौजूदा बैठक में शिरकत नहीं कर रहे जिसमें पूर्ण सदस्य देशों के मुख्य कार्यकारी अधिकारी भाग लेंगे। चौधरी को जौहरी के लिये अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपी गई है।’
जौहरी को उन पर लगे आरोपों पर जवाब देने के लिए 14 दिन का समय दिया गया है जिसकी समय सीमा 15 अक्टूबर से शुरू हुई।