एजेंसी/ चेन्नई : पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में हार और जीत के बाद अब पार्टियां मंथन में लगी हैं तो दूसरी ओर आरोप – प्रत्यारोप भी किया जा रहा है। इस मामले में पूर्व केंद्रीय मंत्री डीएमके प्रमुख करूणानिधि के पोते दयानिधि मारन ने तमिलनाडु में एआईएडीएमके की जीत के बाद कहा है कि तमिलनाडु के लोगों ने अपना जमीर शैतान के हाथों बेच दिया है। उन्होंने कहा कि सत्ताधारी पार्टी ने विधानसभा चुनाव में अपनी जीत हासिल करने के लिए नोटों का खेल भी बहुत चलाया।
उन्होंने एआईएडीएमके पर वोटर्स को पैसे देने का आरोप भी लगाया। उनका कहना था कि सत्ताधारी दल पर अधिक से अधिक पैसे खर्च करने का दबाव भी था। मारन ने कहा कि चुनाव के दौरान ही करीब 570 करोड़ रूपए जब्त हो गए थे।
क्या किसी बैंक ने सुरक्षा के बिना और किसी दस्तावेज के बिना ट्रक में भरकर 570 करोड़ रूपए भेजे हों। तमिलनाडु के इतिहास में इस तरह की कांटे की टक्कर देखने को नहीं मिली। डीएमके के प्रमुख ने कहा कि पैसों के प्रभाव के चलते डीएमके जनता की सेवा ठीक ने नहीं कर पाएगी।