केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि भारत में इस्तेमाल किए जाने वाले 99 फीसदी से अधिक मोबाइल फोन देश में निर्मित किए जाते हैं। उन्होंने बताया कि देश में मोबाइल विनिर्माण उद्योग ने 44 बिलियन डॉलर के आंकड़ा को पार कर गया है।
दरअसल, केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने तमिलनाडु के होसुर में टाटा आईफोन प्लांद का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत की। उन्होंने विपक्ष की आलोचना की और कहा कि कुछ नेता समझते हैं कि देश में इस्तेमाल किए गए मोबाइल फोन का आयात किया जाता है।
भारत में बनते हैं 99.2 प्रतिशत मोबाइल- अश्विनी
उन्होंने कहा कि विपक्ष नहीं जानता है कि यहां इस्तेमाल होने वाले 99.2 प्रतिशत मोबाइल भारत में निर्मित होते हैं। वर्तमान में देश में कई सेल फोन मैन्युफैक्चरिंग यूनिट हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत का लक्ष्य 2025-26 तक 300 बिलियन डॉलर से अधिक के इलेक्ट्रॉनिक सामान का उत्पादन करना है और इसके लिए निर्माताओं को योजनाओं व सब्सिडी द्वारा प्रोत्साहित किया जाता है।
‘चीन को पछाड़ कर आगे बढ़ रहा भारत’
अश्विनी वैष्णव ने दावा किया कि भारत मोबाइल के उत्पादन के मामले में चीन को पछाड़ कर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि एप्पल ने पिछले साल भारत में अपने प्रमुख आईफोन का उत्पादन बढ़ाया था। क्यूपर्टिनो टेक भारत में उत्पादन को चार से पांच वर्षों में 40 बिलियन डॉलर तक बढ़ाने पर विचार कर रही है।
पिक्सल स्मार्टफोन का उत्पादन शुरू करेगा गूगल
उन्होंने बताया कि पिछले साढ़े नौ वर्षों में हम इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों के निर्यात के स्तर पर पहुंच गए हैं। उन्होंने कहा कि सेमीकंडक्टर क्षेत्र में काफी प्रगति हुई है। हाल ही में गूगल ने एलान किया कि वह यहां पिक्सल स्मार्टफोन का उत्पादन शुरू करेगा। उन्होंने कहा कि यह वैश्विक विनिर्माण केंद्र के रूप में उभरने की भारत की महत्वाकांक्षा को बढ़ावा देगा।