वाशिंगटन। अमेरिका ने चीन और रूस के 16 लोगों और कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया है। इन लोगों और कंपनियों पर अमेरिकी प्रतिबंध की परवाह नहीं करते हुए उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम का समर्थन करने का आरोप है।बाबा महाकाल ने कभी धरा कृष्ण तो कभी हनुमान रूप, ये विशेष श्रंगार
अमेरिका के राजकोष मंत्री स्टीवन म्नुचिन ने कहा है, “चीन और रूस या अन्य कहीं के व्यक्तियों और लोगों का उत्तर कोरिया का समर्थन करना मंजूर नहीं है। उत्तर कोरिया को आय जुटाने और उसका इस्तेमाल व्यापक विनाश का हथियार विकसित करने और क्षेत्र में अस्थिरता कायम करने में मदद को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।”
अमेरिक प्रतिबंध की देखरेख करने वाले अमेरिकी राजकोष विभाग ने कहा है कि प्रतिबंध के दायरे में आए लोग उत्तर कोरिया और उसके बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम का समर्थन करने वालों को जानते हैं। ऐसे लोगों ने उस देश के ऊर्जा व्यापार में हिस्सा लिया है। इन लोगों ने उत्तर कोरियाई कामगारों का दोहन करने या वहां के उद्यमों को अंतरराष्ट्रीय वित्तीय प्रणाली से संपर्क साधने में मदद की।