एजेंसी/ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित सिंहस्थ कुंभ के वैचारिक कुंभ में पहुंच चुके हैं। उनके साथ श्रीलंका के राष्ट्रपति समेत साठ देशों के राजदूत और सौ से ज्यादा देशों के प्रतिनिधि साधु-संतों के बीच विचार कुंभ में मौजूद हैं। अपने संंबोधन की शुरुआत पीएम मोदी ने सिंहस्थ घोषणा पत्र जारी कर के किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि हम लोग आत्मा के अमरत्व से जुडे़ हैं। पीएम ने कहा कि कुंभ मेला पुरातन परंपराओं में से एक है और यह विशाल भारत को समेटने की एक कोशिश है। पीएम ने कहा कि परंपराओं की शुरुआत सामाजिक संदर्भ में हुई।
इस दौरान पीएम ने उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में लगने वाले कुंभ की चर्चा करते हुए कहा कि प्रयागराज के कुंभ में 12 सालों की समीक्षा होती थी। पीएम ने कहा परंपरा तो रह गई लेकिन लोगों के पास समय कम हो गया। उन्होंने कहा कि कुंभ से समाज की दिशा दशा तय होती थी। उन्होंने कहा कि सिंहस्थ घोषणापत्र के 51 बिंदु अमृत के समान है। पीएम ने यह भी कहा कि कुंभ मेला एक अद्भुत सामाजिक रचना है। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि हमें विचार करना होगा कि कहीं हम परंपराएं खो तो नहीं रहे हैं। पीएम मोगी इस दौरान गैस सिलेंडर पर सब्सिडी छोड़ने वालों को नहीं भूले। उन्होंने कहा कि देश के आम लोगों के मन में बहुत उंचाई है।
पीएम ने कहा कि हम उस दर्शन से आए हुए लोग हैं जो लोगों को जीवन जीने का दर्शन देता है। पीएम ने कहा कि नैतिक मूल्यों के प्रति जागरूक होने की आवश्यकता है। वैचारिक कुंभ में पीए मोदी ने कहा कि हम भारत की ताकत का सही इस्तेमाल नहीं कर पा रहे हैं। पीएम ने कहा कि हर वर्ष एक सप्ताह का विचार कुंभ करना चाहिए। इन सब के बीच आस्था के इस महाकुंभ में नेताओं की ब्रांडिंग का दौर भी जारी है। इस मामले में कांग्रेस हो या भाजपा कोई भी पीछे नहीं है। भाजपा की ओर से पीएम मोदी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और राज्य प्रभारी विनय सहस्रबुद्धे के पोस्टर लगे हैं। कांग्रेस की ओर से ज्योतिरादित्य सिंधिया की तस्वीरें जगह-जगह लगी हुई हैं।