टाटा मोटर्स के डीमर्जर के बाद टाटा मोटर्स कमर्शियल व्हीकल्स (TMCV) के शेयरों की लिस्टिंग हो चुकी है, और यह काफी जबरदस्त रही है। टीएमसीवी के शेयर 12 नवंबर को 28% प्रीमियम पर लिस्ट हुए। कंपनी के शेयरों की लिस्टिंग एनएसई पर 335 रुपये पर हुई, जो 260.75 रुपये की अनुमानित कीमत से 28.5% ज्यादा है और बीएसई पर इनकी लिस्टिंग 330.25 रुपये पर हुई। लिस्टिंग के बाद टाटा मोटर्स कमर्शियल व्हीकल्स के शेयरों ने इंट्रा डे में 345 रुपये का हाई लगाया और लुढ़कर लिस्टिंग प्राइस से नीचे 326 रुपये पर कारोबार कर रहे हैं।
चूंकि, डीमर्जर से पहले टाटा मोटर्स के शेयरों ने गिरावट का लंबा दौर देखा है। हालांकि, अब पैसेंजर और कमर्शियल व्हीकल सेगमेंट बिजनेस पूरी तरह से अलग हो चुका है। ऐसे में निवेशकों के मन में सवाल है कि क्या टाटा मोटर्स कमर्शियल व्हीकल्स के शेयरों को और खरीदना चाहिए या होल्ड करना चाहिए या फिर बेचकर निकल जाना चाहिए।
डीमर्जर से कंपनी को क्या फायदा
टाटा मोटर्स कमर्शियल व्हीकल्स के शेयर लिस्टिंग के तुरंत बादअपने लिस्टिंग प्राइस से 3% तक गिर गए। डीमर्जर कंपनी के बिजनेस और शेयरों दोनों के लिए अच्छा बताया जा रहा है। डीमर्जर से पहले, एम्बिट कैपिटल के एनालिस्ट का मानना था कि बाज़ार में टॉप पॉजिशन, उद्योग के अनुरूप मार्जिन और मज़बूत सीएफओ निर्माण के साथ, कमर्शियल व्हीकल सेगमेंट डीमर्जर का लाभ उठाने के लिए बेहतर स्थिति में है।
ब्रोकरेज ने कहा था कि वैश्विक पहुंच और इवेको अधिग्रहण से कंपनी के रिवैल्युएशन में तेज़ी आएगी। मार्केट एनालिस्ट्स का मानना है कि कंपनी के डीमर्जर से स्ट्रैटेजिक फोकस, ऑपरेशनल इंडिपेंडेंस और बेहतर मार्केट वैल्युएशन विजिबल होगी।
क्या करें TMCV के शेयरधारक
हालांकि, अन्य विश्लेषकों को लिस्टिंग के बाद टाटा मोटर्स सीवी के शेयर मूल्य में कुछ अस्थिरता की आशंका है और उन्होंने सतर्क रुख अपनाने की सलाह दी है। बोनान्ज़ा के रिसर्च एनालिस्ट अभिनव तिवारी ने कहा कि निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए, क्योंकि इंडेक्स एडजस्टमेंट और पोर्टफोलियो एडजस्टमेंट के बीच शेयर की कीमत में टेक्निकल रिस्क का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में टाटा मोटर्स कमर्शियल व्हीकल्स शेयरों को तुरंत खरीदने के बजाय वॉचलिस्ट में रखें।
Live Halchal Latest News, Updated News, Hindi News Portal